brahmakumaris Tikrapara2 years ago
*कर्म की गति को यथार्थ समझने से तात्कालिक नुकसान मे दुःख की अनुभूति नही हो सकती: बीके मंजू*
*कर्म की गति को यथार्थ समझने से तात्कालिक नुकसान मे दुःख की अनुभूति नही हो सकती: बीके मंजू* *असली सुन्दरता आत्मा की है, शरीर की सुन्दरता...