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Rajrishi

चियरफुल माईण्ड-ब्लिसफुल लाईफ षिविर का षुभारम्भ

चियरफुल माईण्ड-ब्लिसफुल लाईफ षिविर का षुभारम्भ

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जमनीपालीः21/04/2017-प्रजापिता ब्रह्माकुमारी 7ईश्वरीय विश्व विद्यालय के तत्वाधान में राजयोग केन्द्र डायमण्ड भवन साडा कालोनी में, राजयोगिनी ब्रह्माकुमारी मंजु बहन के सानिध्य में पांच दिवसीय प्रसन्न मन – आनंदमय जीवन षैली षिविर आयोजित षिविर का षुभारम्भ बहन रेणु अग्रवाल महापौर नगर पालिक निगम कोरबा, भ्राता बी.के.यमुना कमाण्डेन्ट सी.आई.एस.एफ : एन.टी.पी.सी. कोरबा, डॉ. एम. सूबेदार ई.एन.टी. विषेशज्ञ संचालक सूबेदार चिकित्सालय जमनीपाली, डॉ. के.सी.देबनाथ अक्षय चिकित्सालय कोरबा एवं गणमान्य लोगों की उपस्थिति में दीप प्रज्जवलित करके किया गया। ब्रह्माकुमारी मंजु बहन ने कहा खुषनुमः जीवन जीने की भी एक कला है। जीवन को सभी सुख सुविधा से सम्पन्न बनाकर खुष रहना चाहते हैं। आज मानव मन इतना तीव्रगामी हो गया है कि वह भविश्य की चिन्ता में ही डूबा रहता है। वर्तमान में हमारे पास जो उपलब्ध संसाधन है, हम उनका सुख नहीं ले पाते हैं। आपने कहा कि त्याग, तपस्या और सेवा दूसरों के जीवन को परिवर्तित किया जा सकता है। हम किसी के जीवन में दुःख का कारण बन जायें, यह समझदारी नहीं है। जीवन मूल्यों के आधार पर चलता है। आध्यात्मिकता के आधार पर चलकर जीवन को आनंदमय की दिषा में मोड़ा जा सकता है। बहन रेणु अग्रवाल ने कहा कि मेरा यह अनुभव है, कि भगवान हरेक की सुनता है और हरेक की मन्नत पूरी करता है। मैंने तो कभी यह सोचा ही नहीं था कि राजनीती में आऊगीं, लेकिन मन में यह षुभ आष थी कि जनता की सेवा करनी है। भ्राता बी.के.यमुना ने कहा कि प्रवचन सुनकर जीवन में खुषियां अवष्य आती हैं। जीवन को आनंदमय बनाने के लक्ष्य को प्राप्त करने के लिये आध्यात्मिकता के पथ पर सतत् आगे बढ़ते रहना है। डॉ. एम. सूबेदार ने कहा कि भजन और म्यूजिक के माध्यम से मन एकाग्र होता है और प्रसन्नता आती है। इस षिविर में मन को प्रसन्न बनाने के लिये अनेकानेक तरीके बतलाये जायेगें। इसका सभी को लाभ अवष्य लेना चाहिए। ब्रह्माकुमारी रूकमणी बहन ने कहा कि परमात्मा हमारे मात-पिता हैं। वे आनंद के सागर हैं, वे हमारे जीवन को आनंदमय बनाना चाहते हैं। प्रातः 6ः00 से 7ः30 तथा सायं 7ः00 से 8ः30 बजे तक आयोजित षिविर में नगरवासी षिविर का लाभ लेने के लिये परिवार सहित सादर आमंत्रित हैं।
मानवीय सेवा में, ब्रह्माकुमारी रूकमणी

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