Brahma Kumaris Raj Kishore Nagar
*मै पन के संपूर्ण त्याग की मूर्ति बनकर सर्व के आदर्श बने ब्रह्मा बाबा: बीके मंजू*

*प्रजापिता ब्रह्मा बाबा को 149 वे जन्मदिन पर याद किया गया*
*मै पन के संपूर्ण त्याग की मूर्ति बनकर सर्व के आदर्श बने ब्रह्मा बाबा: बीके मंजू*
बिलासपुरः शिव अनुराग भवन राजकिशोरनगर मे ब्रह्माकुमारी संस्था के स्थापना के निमित्त बने दादा लेखराज के 149 वे जन्मदिन पर श्रद्धा पूर्वक याद किया गया। बीके मंजू ने बताया कि 15 दिसंबर 1876 को सिंध हैदराबाद के पास के गांव मे दादा लेखराज का जन्म हुआ। वे हीरे जवाहरात के व्यापारी के रूप मे प्रसिद्ध हुये। 1936 मे उन्हें दिव्य अनुभूतियाँ होने लगी। जैसे ही उन्हे अनुभव हुआ कि परमात्मा उनके द्वारा विश्व परिवर्तन का कार्य करा रहे है, तन मन धन सहित परमात्मा के कार्य मे समर्पित हो गये और प्रजापिता ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्व विद्यालय की स्थापना हुई। आज विश्व के 140 देशो मे यह संस्था ईश्वरीय संदेश जन जन तक पहुँचाने का कार्य कर रही है।
आगे कहा कि संपूर्ण पवित्र बनने मे मै पन बहुत बडी बाधा है। कही न कही सूक्ष्म रूप मे ज्ञान, सेवा, दान के बदले कुछ पाने की रायल इच्छा मै पन के रूप मे आ जाती है। इसी मै पन की बली देने से सिर्फ ब्रह्मचर्य नही बल्कि संपूर्ण पवित्र बनने का मार्ग सहज हो जाता है।