brahmakumaris Tikrapara
अनुभव की आँखे स्थूल आँखो से ज्यादा शक्तिशाली होती है : बीके गायत्री

*अनुभव की आँखे स्थूल आँखो से ज्यादा शक्तिशाली होती है : बीके गायत्री*
*खुद धोखा खाने के बजाय दूसरों के अनुभवों से सीख ले लेवें…*
*संकल्प मे दृढ़ता हो तो सफलता अवश्य मिलती है*
बिलासपुरः शिव अनुराग भवन राजकिशोरनगर मे नित्य ज्ञान परिचर्चा चल रही है। बीके गायत्री बहन ने परमात्म महावाक्य को स्पष्ट करते हुए कहा कि दो स्थूल आँखो के अलावा अनुभव भी एक आंख है। अनुभव की आंख ज्यादा शक्तिशाली है। आज के दौर मे साइबर क्राइम, इंटरनेट रिश्तों के जरिये बहुत धोखा खा रहे है। जरूरी नही कि आपबीती पर ही सम्हले। दूसरों के अनुभवों से भी सही निर्णय ले सकते है।
दीदी ने कहा कि गुलज़ार दादीजी के तन मे अवतरित शिव बाबा, ब्रह्मा बाबा की पालना का अनुभव हमने इन्हीं आँखों से किया है। परमात्मा कहते है संकल्प होता है लेकिन दृढ़ता नही होती तो समय के साथ कमजोर हो जाते हैं । फिर क्यों, क्या, कैसे के व्यर्थ मे उलझ जाते है। दृढ़ संकल्प से ही सफलता हासिल होती है। परमात्मा कहते है मै भी बच्चों की मदद के बिना कुछ नही कर सकता।
आज के वरदान मे परमात्मा कहते है कि बहुत सी आत्माए सच्चा मार्ग पाने के लिए भटक रही है। ऐसे मे परमात्म ज्ञान प्रकाश से सभी को रास्ता दिखाना है।