brahmakumaris Tikrapara
आध्यात्मिक ज्ञान जीवन को बनाता है हीरे समान – ब्रम्हाकुमारी शशिप्रभा

प्रेस विज्ञप्ति
सादर प्रकाशनार्थ:
*आध्यात्मिक ज्ञान जीवन को बनाता है हीरे समान – ब्रम्हाकुमारी शशिप्रभा l*
*त्रिकालदर्शी आत्मा अपनी कमजोरीयों से हार नहीं खा सकते l*
*जीवन में हमेशा खुश रहने के लिए अपनी प्राप्तिओं को याद करें -शशिप्रभा l*
*जिनके पास सरलता का गुण है उनके लिए संगठन में चलना बहुत सहज है l*
बिलासपुर:-ब्रह्माकुमारीज,टिकरापारा, प्रभु दर्शन भवन में बियोंड एडवांस कोर्स के साधकों व संस्थान के नियमित विद्यार्थियों को संबोधित करते हुए राजयोग शिक्षिका ब्रम्हाकुमारी शशिप्रभा नें परमात्म महावाक्य मुरली का श्रवण कराते हुए कहा कि
आध्यात्मिक ज्ञान जीवन को हीरे जैसा बनाता है ईश्वरीय पढ़ाई से हमारा जीवन कौड़ी से हीरे जैसा बन जाता है मानो जैसे हम ईश्वर की गोद में पल रहे हों l जब हम श्रेष्ठ पुरुषार्थ के मार्ग पर चलते हैं तो हमारी कमजोरी ही माया का स्वरूप बनती है परंतु परमात्मा का स्नेह, मेडिटेशन की शक्ति हमें मदद करता है कि जीवन की परिस्थितियों रूपी तूफानों को जीत सकें l यदि हम अपनी कमजोरियों के वशीभूत होते हैं तो जैसे आत्मा की ज्योत बुझ जाती है l परमात्मा हमें याद दिलाते हैं कि यह हमारा अंतिम ईश्वरीय जन्म है परमात्मा हमें ईश्वरीय पढ़ाई पढ़ा रहे हैं, जिससे हमें जीवन में सुख, शांति,खुशी, आनंद, प्रेम की शाश्वत प्राप्ति होती हैl
ब्रम्हाकुमारी शशिप्रभा ने आगे कहा कि ईश्वरीय महावाक्य हमें त्रिकालदर्शी बनाता है जिससे पास्ट,प्रेजेंट और फ्यूचर को जानकर हम अपनी कमजोरी पर विजय प्राप्त कर सकते हैं वर्तमान हमारी प्राप्तियां को हम जब याद करते हैं तो हमारे अंदर पॉजिटिविटी आती है भगवान ने हमें कितना कुछ दिया है उन प्राप्तियां की लिस्ट हमें निकालना चाहिए अगर हमारा वर्तमान श्रेष्ठ है तो भविष्य निश्चित ही श्रेष्ठ होगा l इस खुशी से हमें हमेशा रहना चाहिए
l साथ ही जिनके पास सरलता का गुण है उनके लिए संगठन में चलना बहुत आसान होता है चाहे परिवार हो, समाज हो या देश किसी भी संस्था, संगठन में परिवार के बीच सदस्यों के साथ जब हम रहते हैं तो हमारे जीवन में सरलता का गुण बहुत ही आवश्यक है जब हम सरल होते हैं तो जीवन की समस्याओं का समाधान हम बड़ी आसानी से कर सकते हैं और हमें लोग भी सहज रीति से स्वीकार कर सकते हैं अतः सरलता का गुण विशेष गुण हैl