Connect with us
 

brahmakumaris Tikrapara

सशक्त भारत के नवनिर्माता शिक्षक, शिक्षकों की विशेष भूमिका को नमन : बीके मंजू*

प्रेस विज्ञप्ति

सादर प्रकाश नार्थ

 

*सशक्त भारत के नवनिर्माता शिक्षक, शिक्षकों की विशेष भूमिका को नमन : बीके मंजू*

 

*परमपिता परमात्मा सर्वश्रेष्ठ शिक्षक, विकारों से सभी मनुष्यों को मुक्त करते है*

बिलासपुर: शिव अनुराग भवन राजकिशोरनगर में विशेष रूप से आमंत्रित शिक्षकों को राष्ट्रनिर्माण में योगदान के लिए सम्मानित किया गया। शिक्षक दिवस की थीम *सशक्त भारत के नवनिर्माता शिक्षक* पर गहराई से चिंतन किया गया ।

मंजू दीदी जी ने एक दृष्टांत सुनाया कि एक बच्ची अपनी बडी बहन की तुलना मे बहुत कम अंक लाती थी। इस कारण उसे उलाहना मिलती थी। पाचवी के बाद अचानक बच्ची के अंक बहुत अच्छे आने लगे और फिर उस बच्ची ने पलटकर नही देखा। जाँच मे पता चला कि कम्प्यूटर की गलती से पाचवी कक्षा मे मार्क्स ज्यादा मिल गये। पर इससे उस बच्ची का आत्मविश्वास अप्रत्याशित रूप से बढ गया। मनुष्य की रचना कम्प्यूटर जब यह कार्य कर सकता है तो परमात्मा की रचना तो कुछ भी कर सकती है। आगे कहा कि शिक्षक के स्वयं का अनुशासित जीवन बच्चों में ज्यादा प्रभाव डालता है।

इस अवसर पर रेल्वे भर्ती बोर्ड के अध्यक्ष भ्राता अरविंद कुमार मेश्राम जी ने अपने साथियों के साथ बहुत भावपूर्ण प्रस्तुति “रहमत के है परवाने बाबा तेरी राहों मे, जन्नत पा जाओगे मुरली की राहों मे।” दी जिससे परमात्मा के स्नेह मे सभी डूब गये।

 

सरस्वती शिशु मंदिर राजकिशोर नगर के प्राचार्य भ्राता लक्ष्मीकांत मजूमदार जी ने कहा कि शारीरिक, मानसिक, तार्किक शक्ति को अभ्यास से बढाया जा सकता है पर आनंदमय कोष का जागरण नैतिकता को धारण करने से ही होता है।

 

इस अवसर पर उपस्थित सभी शिक्षकों को मंजू दीदी जी ने ईश्वरीय सौगात और टोली देकर सम्मानित किया। रूपा बहन ने सभी को पवित्रता की राखी बांधी और परमात्मा वरदानो से भरपूर किया।