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Brahma Kumaris Raj Kishore Nagar

Diwali Weekend News – BKs Tikrapara & RK Nagar

शिव अनुराग भवन राजकिशोरनगर मे पाजिटिव थिंकिंग की क्लास

ज्ञान मुरली मे मिलती श्रेष्ठ कर्म करने की मत: बीके गायत्री

बिलासपुरः शिव अनुराग भवन राजकिशोरनगर मे राजयोग शिविर का एडवांस कोर्स चल रहा है।
बीके गायत्री ने कहा कि मात्र कोर्स कर लेने से संस्कार परिवर्तन के लिये शक्ति प्राप्त नही होती बल्कि इसके लिये प्रतिदिन सेन्टर मे ज्ञान मुरली सुनना जरूरी है। ज्ञान मुरली मे ही मन मे उठने वाले प्रश्नों के हल मिलते है और योग से संस्कार परिवर्तन के लिये शक्ति मिलती है।

आगे कहा कि परमात्मा से हमे प्रतिदिन वरदान के रूप मे ज्ञान, गुण,शांति, सुख, खुशी इत्यादि सूक्ष्म संपत्तियो का खजाना प्राप्त होता है। यही सच्ची अविनाशी संपत्ति है जो सदा संतुष्टता का अनुभव कराती है, जिससे हम करोडपति, अरबपति से भी ज्यादा सदाकाल संपत्तिवान बन जाते है।

 

प्रभु दर्शन भवन टिकरापारा मे पाजिटिव थिंकिंग की क्लास

संस्कार मिलाकर चलना ही परिवार या संगठन को सफल बनाता है: बीके मंजू

बिलासपुरः प्रभु दर्शन भवन टिकरापारा मे पाजिटिव थिंकिंग की क्लास चल रही है।बीके मंजू ने कहा कि परिवार या संगठन मे नये पुराने सदस्यों के संस्कारो मे टकराहट एकमत होने मे सबसे बडी रूकावट है। यदि आपको किसी का विचार अच्छा नही लगता तो भी तत्काल ना कभी नही करना चाहिए। अगर उसी समय न कहकर कट करेंगे तो संस्कार टकरायेंगे, इसलिए हां जी कर धरनी बनाओ फिर समय देख ईशारा दो, यही है संस्कार मिलाने की सही विधि।

आगे कहा कि संगठन मे कायदा और स्नेह का संतुलन होना आवश्यक है। लेकिन दोनो के संतुलन मे सिर्फ कायदा ही न झलके, परन्तु कायदे मे भी स्नेह की झलक अवश्य महसूस हो।

 

प्रभु दर्शन भवन टिकरापारा मे पाजिटिव थिंकिंग की क्लास

शिक्षा के साथ सहयोग भी दे तभी फलीभूत होगा: बीके मंजू

बिलासपुरः प्रभु दर्शन भवन टिकरापारा मे पाजिटिव थिंकिंग की क्लास चल रही है।
बीके मंजू ने कहा कि मात्र शिक्षा देने से सामने वाला सही रीति धारण कर पाये इसके लिये जरूरी है कि शिक्षा के साथ आत्मिक प्यार की शक्ति का सहयोग भी दिया जाय। शक्ति का सहयोग वही दे सकते है जो शिक्षा को सही रीति स्वयं धारण करे। एक ही शिक्षा अलग-अलग व्यक्ति द्वारा देने पर उसका प्रभाव अलग-अलग हो सकता है। इसका मुख्य कारण है अनुभव। जिन्होंने स्वयं ज्ञान की धारणा कर अनुभव किया है, उनके द्वारा वाणी के साथ आत्मिक प्यार की शक्ति के प्रकंपन का भी अनुभव होता है।

आगे कहा कि हर विशेषता प्रभु प्रसाद है इसे विश्व कल्याण के कार्य मे लगाना ही बांटना है। विशेषता को अपना समझने से अहंकार उत्पन्न होता है। फिर मान सम्मान की इच्छा उत्पन्न होती है। अगर कच्चा फल अभी चख लिया तो भविष्य के लिये पुण्य जमा नही होगा।

 

शिव अनुराग भवन राजकिशोरनगर मे पाजिटिव थिंकिंग की क्लास चल रही है

परमात्मा परम पवित्र है, पवित्र बच्चे ही उन्हे प्रिय: बीके गायत्री

बिलासपुरः शिव अनुराग भवन राजकिशोरनगर मे पाजिटिव थिंकिंग की क्लास चल रही है।
बीके गायत्री ने कहा कि निराकार परमात्मा परम पवित्र है। दुनिया की अपवित्रता उन्हे छू भी नही सकती। हर मनुष्य आत्मा पहले-पहल पवित्र होती है फिर विकारों की प्रवेशता होने से अपवित्र बन पडे है। अपवित्रता के कारण जब दुखी हो गये तब परमात्मा को पुकारते है कि हमे पवित्र बनाओ।

वर्तमान संगमयुग मे परमात्मा आकर पवित्र बनने की विधि सिखला रहे है कि अपने को आत्मा समझ निराकार परमात्मा को यथार्थ रूप मे याद करो।

लक्ष्मी को साधारण नारी से लक्ष्मी बनाने वाले परमात्मा ही है जिनकी यादगार दीपावली का त्यौहार है। जब परमात्मा आये है तो परमात्मा द्वारा दिये धन को तेरा तुझको अर्पण कर श्रेष्ठ भाग्य बना सकते है। उत्तम स्वास्थ्य भी धन है इसलिये धनतेरस में परमात्मा से उत्तम स्वास्थ्य की कामना करते है।

गायत्री बहन ने सभी को धनतेरस की बहुत बहुत शुभकामनाएं देते कहा कि बुद्धि रूपी बर्तन को काम क्रोध ईर्ष्या रूपी गंदगी से से सफाई करने पर खुशियों की दीपावली हहमारे जीवन को परमात्मा के श्रेष्ठ ज्ञान से भर देगी।

आगे कहा कि टिकरापारा सेवाकेन्द्र मे गुरूवार सुबह दीपावली मनाई जायेगी। इसके लिये तैयारियां जोरशोर से चल रही है।

 

प्रभु दर्शन भवन टिकरापारा मे पाजिटिव थिंकिंग की क्लास

यथार्थ रीति श्रद्धापूर्वक की गई पूजा अवश्य फलीभूत होती है: बीके मंजू

बिलासपुरः प्रभु दर्शन भवन टिकरापारा मे पाजिटिव थिंकिंग की क्लास चल रही है।

बीके मंजू ने सभी को दीपावली पर्व की शुभकामनायें दी। उन्होने परमात्मा के महावाक्य पर चिन्तन करते कहा कि दीपमाला पर पहले लोग विधिपूर्वक दीपक जलाते थे, दीपक बूझे नही यह ध्यान रखते थे, घृत डालते थे, विधिपूर्वक आह्वान के अभ्यास मे रहते थे। अभी तो दीपक के बजाय बल्ब लगा देते है। दीपमाला नही मनाते अब तो मनोरंजन हो गया है। आह्वान की की विधि अथवा साधना समाप्त हो सिर्फ स्वार्थ रह गया है इसलिये यथार्थ दातारूपधारी लक्ष्मी किसी के पास आती नही।

आगे कहा कि दीपावली अवसर है पुराने सभी राग द्वेष के पुराने खाते समाप्त कर दुआओं का खाता जमा करने का दिन है।

प्रभु दर्शन भवन टिकरापारा मे दीपावली की आकर्षक रंगोली सजकर तैयार है।

 

प्रभु दर्शन भवन टिकरापारा मे दीपावली के आध्यात्मिक रहस्य पर उद्बोधन

सभी त्यौहारों मे छिपा है आंतरिक शुद्धता और खुशी का संदेश: बीके मंजू

बिलासपुरः प्रभु दर्शन भवन टिकरापारा मे पाजिटिव थिंकिंग की क्लास मे दीपावली उत्सव मनाने के आध्यात्मिक रहस्य पर चर्चा हुई।
बीके शशि ने कहा कि दीपावली त्यौहार मनाने के संबंध मे कई कथायें प्रचलित है इनमे मुख्य है जब माँ लक्ष्मी सहित सभी देवताये नरकासुर के आतंक से त्रस्त हो गये तब श्रीकृष्ण ने नरकासुर का वध किया। तत्पश्चात लक्ष्मी नारायण राज्याभिषेक के बाद विश्व महाराजन बने।
श्री राम ने रावण का वध कर अयोध्या पहुंचे तब उनके स्वागत मे पूरे अयोध्या को रोशन किया गया।
इस प्रकार हम देखते है कि

हरेक पर्व कुछ न कुछ प्रेरणा देती है।हम सभी के अंदर आसुरी वृत्ति ही नरकासुर या रावण है। मूल कारण देह अभिमान। दीपावली पर बाहरी स्वच्छता के साथ आंतरिक (मन बुद्धि का) सफाई सजावट जरूरी है।
दीपराज एक परमात्मा का अनेक आत्मा रूपी दीपरानियो से मिलन का यादगार है दीपावली।
देहभान भूलकर आत्मिक स्मृति मे स्थित रहना ही आत्मा की ज्योति जगाना है। ज्ञान रूपी ज्योत स्वयं आत्मा मे जगानी है, फिर दुसरी आत्माओं को जगाना है। आने वाला सत्य का युग सुख समृद्धि की दुनिया होगी, पर ऐसी दुनिया मे जन्म लेने के लिये प्रयास अभी करना होगा।

आगे कहा कि एक प्रसंग मे माँ लक्ष्मी ने माँ पार्वती से गणेश को मांगा साथ ही वचन दिया कि मेरे साथ गणेश की पूजा होने पर ही पूजा सफल होगी।यह इस बात का प्रतीक है कि
विवेक के साथ धन का सदुपयोग करने से ही सुख समृद्धि मे वृद्धि होगी।

बीके मंजू ने दीपावली की बधाई देते कहा कि मा बाप बच्चों के नाम देवी देवताओं के नाम पर रखते है। अगर बच्चे अपने नाम को सार्थक कर दे तो भी परिवार मे खुशहाली बनी रहेगी।

प्रीति बहन एवं ग्रुप द्वारा सास्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत किया गया। इस अवसर पर बडी संख्या मे शहर के साथ गांव गांव से भी ब्रह्मा वत्स उपस्थित थे

अंत मे सभी ने परमात्मा की याद मे भोग ग्रहण किया और वरदान प्राप्त किया।