Brahma Kumaris Raj Kishore Nagar
ब्रह्माकुमारीज़ कोटमी सुनार प्रभु-अनुराग भवन में दीपावली व भाई दूज मनाया l

ब्रह्माकुमारीज़ कोटमी सुनार प्रभु-अनुराग भवन में दीपावली व भाई दूज मनाया l
स्वयं को दिव्य गुणों से सजाना ही सच्ची दीपावली मनाना है- ब्रह्माकुमारी शशिप्रभा
अकलतरा:- कोटमीसुनार ब्रह्माकुमारीज़ प्रभु-अनुराग भवन में दीपावली व भाई दूज का कार्यक्रम संपन्न हुआ l इस अवसर पर उपस्थित साधकों व गांव के लोगों को संबोधित करते हुए ब्रह्माकुमारी शशिप्रभा ने कहा कि जिस प्रकार दीपावली में घर के कोने-कोने की सफाई करते हैं सफाई करने के पश्चात ही उसे बहुत सुंदर सजाते हैं रंगोली से फूलों से इसी प्रकार हम सभी को भी अपने आत्मा को दिव्य गुणों से सजाना है लेकिन उससे पहले अपने अंतरात्मा की कोने-कोने की सफाई करना बहुत जरूरी है किसी के लिए भी कोई बैर भाव विरोध की भावना, द्वेष की भावना न हो और फिर अपने आप को 7 गुना से सजाना है स्वयं का श्रृंगार हमें 7 दिव्य गुणों से करना है सुख, शांति,प्रेम, आनंद, ज्ञान,शक्ति, पवित्रता lइस अवसर पर सभी ने आत्म स्मृति का प्रतीक एक-एक दीपक जलाया और सभी को भाई दूज का टीका लगाकर मुख मीठा कराया गयाl इस कार्यक्रम में अकलतरी,मधुवा,पोड़ी दलहा, मस्तूरी के साधक उपस्थित रहेl ब्रह्मकुमारी बहनों में ईश्वरीय बहन, नीता बहन,देहुती बहन, कविता बहन,ममता बहन,निष्ठा बहन उपस्थित रहे l कुमारी रेखा केवट ने दिवाली आई खुशियां लाई गीत पर मनमोहक नित्य प्रस्तुत किया में l कार्यक्रम की शुरुआत परमात्म स्मृति मेडिटेशन के द्वारा किया गया तथा अंत में सभी ने परमात्मा को याद करके सारे विश्व के लिए प्रार्थना कर सकारात्मक प्रकम्पन फैलाया l
ब्रह्माकुमारीज़ कोटमी सुनार प्रभु-अनुराग भवन में दीपावली व भाई दूज मनाया l
स्वयं को दिव्य गुणों से सजाना ही सच्ची दीपावली मनाना है- ब्रह्माकुमारी शशिप्रभा
अकलतरा:- कोटमीसुनार ब्रह्माकुमारीज़ प्रभु-अनुराग भवन में दीपावली व भाई दूज का कार्यक्रम संपन्न हुआ l इस अवसर पर उपस्थित साधकों व गांव के लोगों को संबोधित करते हुए ब्रह्माकुमारी शशिप्रभा ने कहा कि जिस प्रकार दीपावली में घर के कोने-कोने की सफाई करते हैं सफाई करने के पश्चात ही उसे बहुत सुंदर सजाते हैं रंगोली से फूलों से इसी प्रकार हम सभी को भी अपने आत्मा को दिव्य गुणों से सजाना है लेकिन उससे पहले अपने अंतरात्मा की कोने-कोने की सफाई करना बहुत जरूरी है किसी के लिए भी कोई बैर भाव विरोध की भावना, द्वेष की भावना न हो और फिर अपने आप को 7 गुना से सजाना है स्वयं का श्रृंगार हमें 7 दिव्य गुणों से करना है सुख, शांति,प्रेम, आनंद, ज्ञान,शक्ति, पवित्रता lइस अवसर पर सभी ने आत्म स्मृति का प्रतीक एक-एक दीपक जलाया और सभी को भाई दूज का टीका लगाकर मुख मीठा कराया गयाl इस कार्यक्रम में अकलतरी,मधुवा,पोड़ी दलहा, मस्तूरी के साधक उपस्थित रहेl ब्रह्मकुमारी बहनों में ईश्वरीय बहन, नीता बहन,देहुती बहन, कविता बहन,ममता बहन,निष्ठा बहन उपस्थित रहे l कुमारी रेखा केवट ने दिवाली आई खुशियां लाई गीत पर मनमोहक नित्य प्रस्तुत किया में l कार्यक्रम की शुरुआत परमात्म स्मृति मेडिटेशन के द्वारा किया गया तथा अंत में सभी ने परमात्मा को याद करके सारे विश्व के लिए प्रार्थना कर सकारात्मक प्रकम्पन फैलाया l