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Brahma Kumaris Raj Kishore Nagar

*स्वमान अर्थात् स्व की श्रेष्ठता का स्मरण करना: बीके मंजू*

*प्रभु दर्शन भवन टिकरापारा मे पाजिटिव थिंकिंग की क्लास*

*स्वमान अर्थात् स्व की श्रेष्ठता का स्मरण करना: बीके मंजू*

बिलासपुरः प्रभु दर्शन भवन टिकरापारा मे पाजिटिव थिंकिंग की क्लास चल रही है। बीके मंजू ने कहा कि जैसा हम सोचते है सारी कायनात उसे पूरा करने का प्यास करती है। परमात्मा से हमे अनेक श्रेष्ठ स्वमानों की सौगात मिली है। हम सतयुग मे संपूर्ण पवित्र देवी देवता थे, इसे भूलने के कारण आज साधारण मनुष्य बन गये है। परमात्मा आकर हमारी यथार्थ पहचान दे रहे है। मै सर्वशक्तिमान परमात्मा की संतान हू यह स्वमान ही हमे सदा विजयी बना देती है, बस निश्चय डगमग नही होना चाहिए। इसके विपरीत स्वयं को कमजोर समझने, उलाहना देने से हम असफलता का आह्वान करते है।

 

आगे कहा कि जैसे परमात्मा हम बच्चों की कमजोरी को न देख सदा श्रेष्ठ भाग्य की स्मृति दिलाकर हमारे दैवीय गुणों को जगाते है वैसे ही हमे भी दूसरों की विशेषताओं को परख सदा शुभभावना शुभकामना का प्रकंपन फैलाते रहना चाहिए। शुभभावना शुभकामना का बीज कभी न कभी अवश्य फलीभूत होता है।

 

बीके मंजू ने स्पष्ट किया कि स्वमान सिर्फ रटना नही है बल्कि श्रेष्ठ स्थिति का अनुभव भी करना है। इसके लिये शांति का गुण विशेष सहायक होता है। ओम् शांति कहते सुनते ही शांत स्थिति का अनुभव भी करना है।