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brahmakumaris Tikrapara

आत्मिक शक्ति जगाने की प्रेरणा देते हैं महावीर हनुमान:बीके गायत्री

*आत्मिक शक्ति जगाने की प्रेरणा देते हैं महावीर हनुमान:बीके गायत्री*

*हनुमान जन्मोत्सव मे चैतन्य बाल हनुमानो सहित सजेगा रामदरबार*

 

बिलासपुर: शिव अनुराग भवन राजकिशोरनगर मे बीके गायत्री बहन का आध्यात्मिक प्रवचन चल रहा है। गायत्री बहन ने कहा कि महावीर हनुमान को महाबलशाली संकटमोचन के रूप मे संकट की घड़ी मे याद करते है पर वास्तव मे उनकी शक्ति आत्मिक थी। ज्ञान, प्रेम, आनंद, सुख, शांति, शक्ति, पवित्रता आत्मा के मूल गुण है। अभिमान का हनन करने के कारण हनुमान नाम पड़ा। हनुमान के प्रमुख विशेषताओं की चर्चा करते कहा कि सरल स्वभाव, सहज स्वीकारने का गुण, श्रीराम के निमित्त बनकर कार्य करना, हर कार्य रूचि से करना, संयमी एवं दूरांदेशी, तर्कबुद्धि इत्यादि अनेक विशेषताओं से हनुमान जी संपन्न है इसलिए मंदिर मे अकेले भी विराजित कर पूजा होती है।
वाकपटुता के लिए दृष्टांत मे दीदी ने कहा कि श्री राम ने अपने नाम लिखे शिला को समुद्र मे तैरते देख स्वयं बडी शिला को जब समुद्र मे फेंका तो उम्मीद के विपरीत शिला डूब गई। यह देख हनुमान जी ने कहा “प्रभु बाकी तो आपके नाम के सहारे तैर रहे है पर जिसको आपने छोड़ दिया उसे तो डूबना ही है।”

गायत्री बहन ने कहा कि संगमयुग मे परमात्मा के मददगार बने एक सौ आठ श्रेष्ठ आत्माओं को परमात्मा महावीर की उपाधि देते है। परमात्मा कहते है तुम बच्चों के बुलाने पर ही मै आया हूं इसलिए साथ रहेंगे, साथ जियेंगे, साथ चलेंगे के वादे को सदा स्मृति मे रखो तो हमेशा मेरा साथ महसूस करोगे।

दीदी ने कहा कि ज्ञान ऐसा धन है जिसका जितना दान करेंगे उतना ही बढता जाता है। दीदी ने कहा कि हनुमान जन्मोत्सव के उपलक्ष मे आज राजकिशोरनगर मे रामदरबार सजेगा । चैतन्य हनुमान के साथ रंगारंग प्रस्तुति देखने सभी आमंत्रित है।