brahmakumaris Tikrapara
संतुष्ट जीवन के लिए संबंध, संपत्ति व सेहत का अच्छा होना जरूरी : बीके मंजू

*संतुष्ट जीवन के लिए संबंध, संपत्ति व सेहत का अच्छा होना जरूरी : बीके मंजू*
*परमात्मा हर संबंध निभाने तैयार है, इस संगमयुग मे ही यह सौभाग्य मिलता है*
प्रतिमाह तीसरे रविवार को अंतर्राष्ट्रीय मेडिटेशन दिवस के रूप में मनाया जाता है
बिलासपुर: शिव अनुराग भवन राजकिशोरनगर मे परमात्म महावाक्य पर चिंतन करते मंजू दीदी ने कहा कि मधुर संबंध, पर्याप्त संपत्ति और निरोगी शरीर संतुष्ट जीवन के आधार है।
आज कोई भी मनुष्य इन तीनों आवश्यकता से परिपूर्ण नही है इसलिए परमात्मा के प्यार की आवश्यकता सभी को है। परमात्मा कहते है उंचे लक्ष्य को प्राप्त करने के मार्ग मे विघ्न रूपी नजारे तो दिखेंगे ही, इन्हें कार्टून शो की तरह मजे लेकर देखते हुए पार करो।
परमात्मा हर संबंध के सुखों से भरपूर करने आये है, योग मे ईश्वर से जिस संबंध की अनुभूति मे कमी होगी वही संबंध अपनी ओर आकर्षित करता है। अगर अपनी कमजोरी का कारण समझ जायें तो निवारण भी कर सकेंगे। संतुष्ट जीवन ही भगवान को पा लेने की निशानी है।
ब्रह्माकुमारीज़ के सभी सेवाकेंद्रों में माह के तीसरे रविवार को इंटरनेशनल मेडिटेशन दिवस के रूप में मनाया जाता है। राज किशोर नगर सेवाकेन्द्र में सभी ने फ़रिश्ते रूप में स्थित होकर सामूहिक योगाभ्यास करते हुए पूरे विश्व को शान्ति व शक्ति के प्रकम्पन्न दिए।