brahmakumaris Tikrapara
ज्ञान धन से परिपूर्ण होने पर स्थूल धन स्वतः प्राप्त होता है : गायत्री बहन

*ज्ञान धन से परिपूर्ण होने पर स्थूल धन स्वतः प्राप्त होता है : गायत्री बहन*
बिलासपुर: प्रभु दर्शन भवन टिकरापारा में आज नीरा बहन के निमित्त परमात्मा को भोग स्वीकार कराया गया।
गायत्री बहन ने कहा कि निराकार परमात्मा सदैव पूज्य है वे कभी जन्म मरण के चक्कर में नहीं आते। आपे ही पूज्य आपे ही पुजारी मनुष्य आत्माओं के लिए सत्य है। अहंकार मनुष्य का सबसे बडा शत्रु है। परमात्मा सर्वोच्च अथॉरिटी होते हुए भी पतित दुनिया में पतित शरीर मे आते है फिर भी स्वयं की पूजा नही कराते। ब्रह्मा बाबा ने सदैव दूसरों को आगे रखा। परमात्मा से निरहंकारी का गुण धारण करने से सदा सफलता मिलती है। ब्रह्मा बाबा ने सबसे पहले अहंकार पर विजय पायी इसलिए ब्रह्माकुमारी संस्था में नाम के पूर्व श्री/श्रीमती संबोधन की परंपरा नही है।गायत्री बहन ने कहा कि ज्ञान धन स्थूल धन की रक्षा करता है। मनुष्य के पास स्थूल धन हो पर ज्ञान धन न हो तो स्थूल धन समाप्त होने मे समय नही लगता, वही ज्ञान धन स्थूल धन को स्वतः आकर्षित करता है।