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सतयुग को कलयुग बनाने में हमारा योगदान तो पुनः सतयुग बनाने में हमें ही आगे आना होगा – खुशी हर पल शिविर का चौथा दिन

सिर्फ एक प्रतिशत श्रेष्ठ आत्माए परिवर्तन का कारण बनती है: बीके मंजू
सतयुग को कलयुग बनाने में हमारा योगदान तो पुनः सतयुग बनाने में हमें ही आगे आना होगा
खुशी हर पल शिविर का चौथा दिन
बिलासपुर: शिव अनुराग भवन राजकिशोर नगर मे मेडिटेशन द्वारा आउट ऑफ बाडी, सूक्ष्म वतन, मूलवतन के अनुभव के साथ खुशी हर पल शिविर के चौथे दिन की शुरूआत हुई। मंजू दीदी ने कहा कि मनुष्य आत्मा पुनर्जन्म मनुष्य के रूप मे ही लेती है किन्तु कर्म के अनुसार संस्कार बदलते रहते है। परमात्मा घोर कलयुग को सतयुग मे बदलते है परन्तु सतयुग से कलयुग हम बनाते है। आगे कहा कि अभी परमात्मा पुनः सतयुग बनाने की प्रक्रिया कर रहे है। यह प्रमाणित तथ्य है कि परिवर्तन के लिये सिर्फ एक प्रतिशत श्रेष्ठ आत्माए ही कारण बनती है। परमात्मा ने अपने कार्य के लिये आपको चुना है। इसलिए कलयुग को सतयुग बनाने की जिम्मेदारी हम सभी की है।
दीदी ने कहा कि संपूर्ण सिर्फ परमात्मा है। हम समर्पित बहने भी पुरुषार्थी है, इसलिए कमी कमजोरी हममें भी है। इसलिए एक परमात्मा की मत पर ही चलना है। दीदी ने तीन लोक एवं भिन्न भिन्न संस्कार का रहस्य विस्तार से स्पष्ट किया।
आगे कहा कि परमात्मा का ज्ञान अति सरल है समझ का आधार निश्चय और पवित्रता है। इसका प्रत्यक्ष उदाहरण है कि अपने माता पिता के साथ आये छोटे बच्चे भी ज्ञान बडे ध्यान से सुन रहे है और प्रश्नों का सही जवाब भी दे रहे है।
सतगुरूवार का भोग परमात्मा को स्वीकार कराया गया और दीदी ने सभी को भोग वितरण किया।