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brahmakumaris Tikrapara

परम शक्ति परमात्मा कहने का नहीं अपितु अनुभव करने की शक्ति है- ब्रम्हाकुमारी शशिप्रभा

प्रेस विज्ञप्ति

सादर प्रकाशनार्थ:

*खुशी हर पल एडवांस शिविर का दसवां दिन l*

*शिवलिंग के साथ दो नंदीगण का रहस्य l*

*परमात्मा के महावाक्यों की शक्ति असंख्य आत्माओं को एक साथ संतुष्ट कर देती हैं l*

*परम शक्ति परमात्मा कहने का नहीं अपितु अनुभव करने की शक्ति है- ब्रम्हाकुमारी शशिप्रभा l*

*लाखों भाई बहनों ने परमात्म प्रेम का अनुभव कर अपने जीवन को सरल और सुगम बनाया है l*

बिलासपुर:- टिकरापारा, ब्रह्माकुमारीज,प्रभु दर्शन भवन के हर्मनी हॉल में चल रहे हैं खुशी हर पल राजयोग अनुभूति शिविर का दसवां दिन ब्रह्माकुमारी टिकरापारा सेवाकेंद्र संचालिका मंजूदीदी के सानिध्य में राजयोग शिक्षिका ब्रह्माकुमारी शशिप्रभा नें संबोधित करते हुए शिविरार्थियों से कहा कि सृष्टि की अंतिम वेला में परमपिता परमात्मा शिव प्रजापिता ब्रह्मा के तन का आधार लेकर जो दिव्य ज्ञान प्रदान कर रहे हैं इससे दिव्य संस्कारों का निर्माण होता है और वही मानव देव स्वरूप संस्कार धारण कर पुन:इस सृष्टि पर आएंगे l

 

शिव मंदिर में नंदीगण के रहस्य को स्पष्ट करते हुए उन्होंने आगे कहा कि हम देखते हैं शिव मंदिर में एक बड़ा नंदीगण जो कि बाहर होता है और एक छोटा नंदीगण अंदर होता है, वर्तमान समय परमात्मा शिव ने पिता श्री ब्रह्मा के तन में अवतरित होकर यज्ञ की स्थापना की,ब्रह्मा बाबा बड़ा नंदीगण हैं, तत्पश्चात गुलजार दादी जो कि छोटा नंदीगण हैंl ब्रह्मा बाबा के पश्चात गुलजार दादी के द्वारा परमात्म नें अव्यक्त मिलन मनाया l

 

संपूर्ण विश्व की ईश्वरीय विश्वविद्यालय से जुड़ी ब्राम्हण आत्माएं परमात्म महावाक्यों का प्रतिदिन श्रवण करते हैं,लाखों भाई बहनों को एक साथ एक ही महावाक्य का श्रवण करने से संतुष्टि मिलती है, यह परमात्मा का ही काम है कोई मनुष्य यह कार्य करा नहीं सकता l संसार या जीवन की ऐसी कोई समस्या नहीं है जिसके बारे में समाधान परमात्मा ने ना बताया हो, हर एक बात का, हर एक प्रकार से समाधान परमात्मा ने अपने महावाक्यों में दिया हुआ है वर्तमान समय लाखों भाई बहन परमात्म प्रेम का अनुभव कर अपने जीवन को सरल व सुगम बना रहे l गृहस्थ में रहने वाले साधक भी संपूर्ण जिम्मेदारियों को निभाते हुए समय निकालकर मेडिटेशन करते हैं और लोगों की सेवा में भी अपना समय योगदान देते हैं व अपने जीवन को भी श्रेष्ठ बना रहे हैं, ईश्वर सर्वशक्तिमान है,हमारे परम पिता हैं हम उनकी संतान हैं, इस प्रकार की अनुभूति मात्र से हममें अद्भुत ऊर्जा का संचार होता है l