brahmakumaris Tikrapara
गुणग्राही बन अवगुणो का विसर्जन करने से ही बुद्धि विघ्नविनाशक बनती है: बीके मंजू

*गुणग्राही बन अवगुणो का विसर्जन करने से ही बुद्धि विघ्नविनाशक बनती है: बीके मंजू*
*रंगारंग सांस्कृतिक प्रस्तुति के साथ संपन्न हुआ शिवअनुराग भवन मे गणेशोत्सव*
बिलासपुर: शिव अनुराग भवन राजकिशोर नगर मे अनंत चतुर्दशी के अवसर पर रंगारंग आध्यात्मिक एवं सास्कृतिक कार्यक्रम की शुरुआत शशि बहन द्वारा गणपति वंदना से हुआ। जिज्ञासुओ से भरे हाल मे इस अवसर पर तनु बहन ने सुखकर्ता दुखहर्ता गीत पर, नन्हे कलाकारों ने मिले सुर मेरा तुम्हारा गीत पर, गौरी बहन ग्रुप ने महारास हो रहा है गीतों पर मनमोहन प्रस्तुति देकर खूब वाहवाही बटोरी। नशामुक्ति पर भावेश ग्रुप ने व्यसन छोडने का संदेश दिया वही प्रिती बहन ग्रुप की प्रस्तुति स्वर्ग मे एक सीट खाली नाटिका के दौरान हंसकर लोटपोट होते रहे। मंजू दीदी ने गणपति के एक एक अंगों की विशेषता बताते कहा विशाल मस्तक विशाल बुद्धि का, सूप जैसे कान व्यर्थ बातो को फटकार लगाने का, तीक्ष्ण आंख दूरांदेशी, सूंड बलशाली होते भी नम्र होने का, पेट बातो को समाकर मानसिक प्रदूषण से मुक्त होने का, हाथ मे रस्सी मर्यादा का, वरदानी मुद्रा दाता पन का, कमलपुष्प नष्टोमोहा स्थिति का और मोदक आनंद की स्थिति का प्रतीक है। गणपति का परिवार भी विशेषताओं से भरा है। पत्नी ऋद्धि सिद्धि, पुत्र शुभ लाभ, नाती आमोद प्रमोद, तुष्टि पुष्टि बहुए और ज्योति से उत्पन्न मा संतोषी सब गुणवाचक है जो खुशहाल परिवार के लिये आवश्यक है।आगे कहा कि आवश्यकता है काम क्रोध लोभ मोह अहंकार रूपी चूहे को सदाकाल के लिये विसर्जित करने का। सतगुरूवार का भोग परमात्मा को स्वीकार कराया गया और दीदी ने सभी को भोग वितरण किया । मंजू दीदी ने आह्वान किया कि एक अक्तूबर को सुबह छः बजे स्मृति वन मे स्वच्छता सप्ताह अभियान का आगाज करने सभी अवश्य पहुंचे।