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परिवर्तन का सामना करने अचल अडोल स्थिति का अभ्यास जरूरी:बीके मंजू

*परिवर्तन का सामना करने अचल अडोल स्थिति का अभ्यास जरूरी:बीके मंजू*
*कल क्या होगा विषय पर श्रृंखलाबद्ध प्रवचन*
बिलासपुर: परिवर्तन प्रकृति का अटल सत्य है। कलयुग से सतयुग मे परिवर्तन सृष्टि चक्र का महत्वपूर्ण घटना है जो हर पांच हजार वर्ष बाद हूबहू घटित होता है। धर्मशास्त्रों मे इसका अलग अलग नामों से वर्णन है। प्रलय, कयामत, जलजला जैसे शब्दों से भय उत्पन्न हो सकता है पर यह परिवर्तन सुखद है। प्रभु दर्शन भवन टिकरापारा मे कल क्या होगा प्रवचनमाला के प्रारंभिक उद्बोधन मे मंजू दीदी ने ये बाते कही। आगे कहा कि प्रकृति के हलचल, युद्ध के बीच राजयोग के अभ्यास से अचल अडोल स्थिति मे टिके रह सकते है। इस परिवर्तन के बाद सुख की दुनिया सतयुग का आगमन होगा। परमात्मा के द्वारा प्राप्त ज्ञान को जीवन मे धारण करने से खुशहाल खुशनसीब का वरदान स्वतः प्राप्त हो जाता है। मंजू दीदी ने कहा कि सच्चे ज्ञान से प्राप्त सुख के आगे सभी सुख गौण हो जाते है।