Brahma Kumaris Raj Kishore Nagar
शांति निष्क्रियता नही बल्कि बहुत बडी शक्ति है- ब्रह्माकुमारी संतोष दीदी, रूस

*शांति निष्क्रियता नही बल्कि बहुत बडी शक्ति है- ब्रह्माकुमारी संतोष दीदी, रूस *
*ज्ञानयुक्त भावना ही जागृत चेतना है*
*शिव अनुराग भवन राजकिशोरनगर मे संतोष दीदी का ईश्वरीय ज्ञान से राम-राज्य पर उद्बोधन*
बिलासपुर: दुनिया मे कोई भी गाडी ड्राईवर के साथ नही मिलती पर भगवान से शरीर रूपी गाडी आत्मा रूपी ड्राईवर के साथ गिफ्ट मिली है। पर इन्सट्रक्शन मैनुअल नही होने के कारण हर एक अपने तरीके से शरीर को चलाने लगा।
शिव अनुराग भवन राज किशोर नगर मे रूस से पधारी राजयोगिनी ब्रह्माकुमारी संतोष दीदी ने सैकडो जिज्ञासुओं के बीच ये बाते कही। आगे आपने कहा कि अब सर्व आत्माओं के पिता परमात्मा आकर हमे राजयोग सिखाकर मार्गदर्शन दे रहे है, जिससे आत्मा पुनः अपने मूल दैवीय संस्कारों को धारण कर सके। दीदी ने कहा कि मनुष्यों के ज्ञान के आधार पर विभिन्न धर्मो की स्थापना हुई पर एक ईश्वर को भूलने के कारण आपस मे मतभेद है। ईश्वरीय ज्ञान से ही विश्व मे राम-राज्य स्थापित हो सकता है। ईश्वर सभी धर्मों से उँचा है। सभी मनुष्य आत्माएं एक परमात्मा की संतान है, यही संदेश ब्रह्माकुमारी संस्थान पूरे विश्व को दे रही है।
संतोष दीदी ने अपना अनुभव सुनाया कि साइंस की स्टूडेंट होने के कारण योग, मेडिटेशन को निष्क्रिय कर्म समझती थी पर ज्ञान की समझ आने पर महसूस हुआ कि शांति की शक्ति सबसे बडी शक्ति है।
कार्यक्रम का शुभारंभ कु. माही के गीत ” भारत का बच्चा बच्चा जय श्री राम बोलेगा” से हुआ। गायत्री बहन, शशि बहन ने तिलक गुलदस्ता से अतिथियों का स्वागत किया । दीप प्रज्वलन संतोष दीदी, इंदौर जोन की क्षेत्रीय निदेशिका ब्रह्माकुमारी हेमलता दीदी, भिलाई सेवाकेंद्रों की प्रभारी ब्रह्माकुमारी आशा दीदी, ब्रह्माकुमारी मंजू दीदी के साथ रेल्वे के डी आई जी भ्राता भवानी शंकर नाथ, वरिष्ठ मंडल सामग्री प्रबंधन भ्राता ओमप्रकाश, संयुक्त कलेक्टर भ्राता हर्ष पाठक, प्रयास एड के डायरेक्टर भ्राता विनोद पांडे, मनोज भाई, नटवर भाई के कर कमलों से संपन्न हुआ।
इंदौर जोन की क्षेत्रीय प्रभारी ब्रह्माकुमारी हेमलता दीदी ने संतोष दीदी का परिचय देते कहा कि चौंतीस वर्ष पूर्व अकेली रूस जाकर एक अलग ही संस्कृति वाले देश मे भारतीय संस्कृति व परमात्मा का संदेश ही नही दिया बल्कि तीस सेवाकेंद्र खोलने, पचास रशियन बहनों को भगवान का सत्य परिचय देकर व सात्विक जीवन जीना सीखाकर उन्हें ईश्वरीय सेवा में समर्पित कराने के निमित्त बनी।
भिलाई से आयी ब्रह्माकुमारी आशा दीदी ने कहा कि साइंस और आध्यात्म दोनो ज्ञान के अनुभवी संतोष दीदी बिलासपुर के लिये विशेष रूप से समय निकालकर आयी है ज्ञान से भरपूर करने।
मंच संचालन करते मंजू दीदी ने कहा कि मैने अपनी इच्छा परमात्मा के सामने रखी और वरिष्ठ दीदीयो ने इसे साकार किया । सैकडों जिज्ञासुओं ने संतोष दीदी के उद्बोधन का लाभ लिया। सभी को प्रसाद वितरित किया गया।