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Rajrishi

दयालबंद में सज गई नौ देवियों की चैतन्य झाँकी


दयालबंद में सज गई नौ देवियों की चैतन्य झाँकी

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बिलासपुर, 23 सितम्बरः प्रजापिता ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्व विद्यालय द्वारा नवरात्रि के अवसर पर डॉ. लालचंदानी के बाजू में स्थित ग्राउण्ड, दयालबंद में गुरूवार, 21 से शनिवार, 30 सितम्बर, 2017 तक पैंतीस फीट ऊँचे मंच पर नौ देवियों की चैतन्य झाँकी सजायी जा रही है। इसमें भक्तजन प्रतिदिन शाम को 6 से रात्रि 12 बजे तक चैतन्य देवियों के दर्शन कर सकेंगे।
ब्रह्माकुमारी संस्थान द्वारा दी गई जानकारी के अनुसार इलाहाबाद, इन्दौर, कोटा, उज्जैन, माउण्ट आबू और भिलाई के बाद यह झाँकी अब बिलासपुर में आयी है। झाँकी में सभी देवियाँ अलग-अलग ढंग से प्रस्तुत होंगी। कोई देवी पहाडऩुमा बने आकृति से प्रकट होंगी, तो कोई देवी कमल फूल के अन्दर से निकलकर दर्शन देंगी। इसमें संगीतमय कॉमेन्ट्री के माध्यम से विशाल मंच पर विराजित शिवशक्तियों -मॉं दुर्गा, श्री लक्ष्मी, सरस्वती, काली, गायत्री, वैष्णो देवी, मीनाक्षी, सन्तोषी माता और उमादेवी आदि के आध्यात्मिक रहस्यों का लाइट एण्ड साउण्ड के द्वारा प्रस्तुति विशेष आकर्षण का केन्द्र रहेगा। ब्रह्माकुमारी बहनें जिन्होंने राजयोग की सतत् साधना और गहन तपस्या के फलस्वरूप मन की एकाग्रता एवं शारीरिक स्थिरता को यहाँ तक प्राप्त कर लिया है कि जब वह चैतन्य देवियों के रूप में विराजित होती हैं तो वह सजीव होते हुए भी एकदम निर्जीव मूर्तियों के समान प्रतीत होती हैं। कुछ पल उस वातावरण में बैठने से दर्शकों को उनके द्वारा प्रवाहित शान्ति और शक्ति के प्रकम्पनों की अलौकिक अनुभूति होती है। साथ ही आध्यात्मिक चित्र प्रदर्षनी भी लगायी गई है।
दिव्य सत्संग का आयोजन 25 सितम्बर से
इस अवसर पर जीवन में सच्ची सुख और शान्ति का अनुभव करने के लिए झांकी ग्राउण्ड में ही 25 सितम्बर से ‘‘श्रीमद्भगवद्गीता के आध्यात्मिक रहस्यों के द्वारा खुषहाल जीवन’’ पर दिव्य सत्संग का आयोजन किया गया है। इस शिविर में प्रातः 6.30 से 8.00 अथवा सायं 4.30 से 6.00 बजे में से किसी भी एक सत्र में भाग लेकर लाभ उठाया जा सकता है। इस षिविर में सुकर्म, अकर्म और विकर्म का बोध, महिषासुरवध, परम सत्य की पहचान, हरिष्चन्द्र चरित्र, सृष्टि का अनादि सत्य, षिवषक्ति का प्राकट्य, साक्षात्कार, सुदामा-चरित्र, अष्टषक्तियों की दिव्य प्राप्ति, अष्टभुजी का रहस्य, नवदुर्गा चरित्र, श्रीकृष्ण, श्रीराम व आदिषक्ति की प्राकट्यवेला, यज्ञ, हवन, चढ़ोतरी, सहस्त्रधारा रहस्य, पूर्णाहूति आदि विषयों पर दिव्य प्रवचन का आयोजन अपने जीवन में ज्ञानमय भक्ति के ऐसे अनूठे संगम का आनंद अवष्य उठाए। आप सभी आगंतुको के लिए विषेष व्यवस्था की गई है जिससे आप सभी अपने जीवन में मीठे पलो का अनुभव कर सके।
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