Rajrishi
हिंदू नव वर्ष पर श्रीराम दरबार की मनोरम झांकी का आयोजन
*हिंदू नव वर्ष पर श्रीराम दरबार की मनोरम झांकी का आयोजन*
*हिन्दु नव वर्ष के अवसर पर 22 व 23 मार्च शाम 6 से 8 बजे शिव अनुराग भवन राजकिशोरनगर मे श्रीराम दरबार लव-कुश सहित अन्य बहुत ही मनोरम झांकी प्रस्तुत की जायेगी और नववर्ष को उत्सव के रूप मे मनाया जायेगा। दीदी ने सभी भाई बहनों से अनुरोध किया है कि इस उत्सव को मनाने सेवाकेन्द्र जरूर पधारें ।*
*परमात्मा के स्मरण से सभी बाधा कठिनाईयो को सहज पार कर सकते है- बीके मंजू*
बिलासपुर: शिव अनुराग भवन राजकिशोरनगर मे श्रीमद्भगवद्गीता के अठारहवे अध्याय पर चिंतन को आगे बढाते दीदी ने कहा कि शांति का अनुभव बुद्धि से परमधाम की यात्रा से कर सकते है। छप्पनवे श्लोक मे परमात्मा कहते है प्रेममयी भक्ति से मेरे यथार्थ रूप को जान सभी कार्यों को मेरी शरणागत होकर करते है वे मेरे धाम को प्राप्त करते है। दीदी ने कहा कि परमात्मा से प्रीत मे मोह सबसे बडी बाधा है जो अंत समय अपनी ओर खींचती है। अर्जुन भी मोहवश मन के द्वंद मे फंसा है। मुंबई की घटना का जिक्र दीदी ने किया कि एक ब्रह्माकुमारी दीदी किसी के घर गई तो वहां पूरा परिवार किसी टीवी सिरियल के अंतिम एपिसोड देखने में व्यस्त था । कुछ समझ मे न आने पर दीदी के पूछने पर एक बच्चे ने कहा कि आपने पहले के एपिसोड नही देखे इसलिए समझ नही पा रहे पर हम सबको बहुत मजा आ रहा है । दरअसल यही स्थिति हम सभी की है।
जब पिछले जन्मों का कर्मभोग अशुभ फल के रूप मे आता है तो हैरान होकर परमात्मा को दोष देने लगते है या फिर परमात्मा से दूर हो जाते है जबकि समस्या आने पर परमात्मा के प्रति आस्था बढनी चाहिए। छहसठवे श्लोक मे परमात्मा कहते है कि अज्ञान से उत्पन्न सभी धर्मों का परित्याग कर मेरी शरण मे आओ तो मै तुम्हारे सभी पाप नष्ट कर दूंगा। कल नष्टोमोहा स्मृति लब्धा स्थिति और श्री कृष्ण के मैनेजमेंट के गुर पर गहन चिंतन किया जायेगा ।