Azadi ke Amrit Mahotsav
एकता का प्रतीक है चैत्र शुक्ल प्रतिपदा का दिन – ब्रह्माकुमारी मंजू दीदी

सादर प्रकाशनार्थ
प्रेस विज्ञप्ति
*एकता का प्रतीक है चैत्र शुक्ल प्रतिपदा का दिन – ब्रह्माकुमारी मंजू दीदी*
*देवत्व के गुणों के जागरण से बनेगा भारत विश्वगुरू*
*भारतीय नववर्ष के अवसर पर टिकरापारा सेवाकेन्द्र आध्यात्मिक रहस्यों को समझाया गया व भगवान को भोग भी स्वीकार कराया गया*
बिलासपुर टिकरापारा :- भारतीय नववर्ष की शुरूआत अर्थात् चैत्र शुक्ल प्रतिपदा का दिन बेहद महत्वपूर्ण है क्योंकि यह दिन श्रीराम का व युधिष्ठिर का राज्यअभिषेक दिवस, आर्य समाज स्थापना दिवस, मराठी के लिए गुड़ी पाड़वा, सिंधी भाई-बहनों के लिए चेटी-चण्ड, दक्षिण भारत में उगादि का पर्व, नवरात्र की शुरूआत, विक्रम संवत व युगाब्ध की शुरूआत का दिन है जो कि भारत की एकता व अखण्डता को प्रदर्शित करता है।
उक्त बातें ब्रह्माकुमारीज़ टिकरापारा सेवाकेन्द्र में भारतीय नववर्ष के अवसर पर गुरूवार को आयोजित सत्संग में ब्रह्माकुमारी मंजू दीदी जी ने कही। आपने कहा कि हम सभी को अपने अंदर छिपे देवत्व के गुणों को जागृत करना है, सबके प्रति आंतरिक प्रेम को बढ़ाना है ताकि पुनः आदि सनातन देवी देवता हो सके और तभी भारत को जगत्गुरू बन जायेगा।
इस अवसर पर सेवाकेन्द्र में दैवीय शक्ति के प्रतीक के रूप में गुड़ी सजायी गई। सभी को जीवन के कड़वे, खट्टे, नमकीन परिस्थितियों में भी मीठा रहने की प्रेरणा देने वाले इमली-कड़ुनीम की चटनी खिलाई गई और प्रसाद दिया गया।