Azadi ke Amrit Mahotsav
ब्रह्माकुमारी बहनों ने मजदूरों के साथ मनाया स्वतंत्रता दिवस

प्रेस विज्ञप्ति 1
*नशे की गुलामी से आजाद होने का संकल्प लें…- ब्र.कु. मंजू दीदी*
*ब्रह्माकुमारी बहनों ने मजदूरों के साथ मनाया स्वतंत्रता दिवस*
*मजदूरों के साथ तिरंगा ध्वज फहराकर उन्हें सच्ची स्वतंत्रता का पाठ पढ़ाया*
बिलासपुर राज किशोर नगर :- आज हम आजादी की 77वीं वर्षगांठ मना रहे लेकिन आजाद भारत में रहने के बाद भी हम आज विकारों, नशों, बुराईयों, गलत आदतों के गुलाम हैं। इससे हमारे शरीर के साथ, हमारे संबंध, हमारा धन व मन भी खराब होता है। नशा करना ही है तो आध्यात्मिक नशा अर्थात् प्रतिदिन सत्संग सुनने का या मानव कल्याण की किसी न किसी सेवा में सहयोगी बनने का नशा करें। इससे स्वयं के साथ परिवार वालों के भी जीवन में खुशी व शान्ति की अनुभूति होगी। यदि आज स्वतंत्रता दिवस पर ये संकल्प लेकर अपना जीवन परिवर्तित कर सात्विक बना लिया तो हमारा स्वतंत्रता दिवस मनाना सार्थक हो जायेगा और जीवन खुशियों से भरपूर हो जायेगा।
उक्त बातें ब्र.कु. मंजू दीदी जी ने लालचन्दानी परिवार के फैक्ट्री में कार्यरत मजदूरों के साथ स्वतंत्रता दिवस मनाते हुए कही। तिरंगा झण्डा फहराने के बाद आपने सभी को ध्यान का अभ्यास कराते हुए उक्त बातों के लिए संकल्पित कराया।
अंत में मंजू दीदी, हेमवती बहन व नीता बहन ने सभी को प्रसाद वितरित किया। इस अवसर पर प्रताप लालचंदानी, मुकेश लालचंदानी, प्रकाश लालचंदानी, परिवार के अन्य सदस्य व फैक्ट्री में कार्यरत अनेक बहनें – माताएँ व भाई उपस्थित रहे।
प्रेस विज्ञप्ति 2
*विकारों का आकर्षण बुद्धि स्थिर होने नही देता, परमात्मा शिव विकारों को हरते है: बीके मंजू*
*दुआ करे वह चेहरा सदा मुस्कुराता मिले जिसे आप रोज आईने मे देखते है*
बिलासपुर: शिव अनुराग भवन राजकिशोर नगर मे मंजू दीदी का श्रीमद्भगवद्गीता पर प्रवचन चल रहा है। दीदी ने कहा कि गीता मे पुरूष आत्मा को कहा गया है न कि शरीर को। दुसरे अध्याय के तिरसठवे श्लोक मे कामविकार से बुद्धिनाश होने की स्थिति का वर्णन है जिसका प्रभाव आज पूरे विश्व मे दिखाई दे रहा है। उंचे पद पोजीशन वाले मनुष्य की प्रतिष्ठा इस कामविकार के कारण एक क्षण मे धूमिल हो रही है। न जाने कितने युद्ध का कारण कामविकार बना है। इसलिए खासकर कन्याओं को अपने पहनावे और हावभाव पर विशेष ध्यान देने की आवश्यकता है जिससे दुसरे के मन मे विकार के प्रति आकर्षण पैदा न हो।
आगे कहा कि दुआ करो कि वह चेहरा सदा मुस्कुराता मिले जिसे आप रोज आईने मे देखते है। आपका खुशनुमा चेहरा हर किसी को प्रभावित करता है।
दीदी ने कहा कि विकारों से मुक्त होना ही सच्ची स्वतंत्रता है। अपनी जिम्मेदारी को सेवा समझकर कार्य करने से थकान नही होगी और बंधन समझने से अंत समय यही सोच परमात्मा से दूर कर देता है।
राजकिशोर नगर सेवाकेन्द्र मे तिरंगा फहरा कर खुशी मनाई गई।