Rajrishi
प्रेस-विज्ञप्ति – मन के वायरस का एन्टीवायरस है योग – ब्रह्माकुमारी मंजू दीदी

‘‘यह शरीर व शरीर के समस्त अंग हार्डवेयर की तरह हैं जिसमें रोग व चोट रूपी खराबियां आ जाती हैं और जिस तरह सॉॅफ्टवेयर में वायरस आने से सॉफ्टवेयर सही ढंग से कार्य नहीं करता उसी प्रकार आत्मा व आत्मा की तीन शक्तियां मन, बुद्धि व संस्कार में भी वायरस लग जाता है। ये वायरस हैं- क्रोध, चिड़चिड़ापन, आलस्य, अलबेलापन, लोभ, मोह, अहंकार आदि। जिसके कारण यह शरीर रूपी हार्डवेयर भी ठीक से काम नहीं करता। इन विकारों रूपी वायरस का एन्टी वायरस है योग, आसन, प्राणायाम व ध्यान। इसके नियमित अभ्यास से ये सभी वायरस धीरे-धीरे समाप्त हो जाते हैं। योग के नियमित अभ्यास से हम इनरनेट की ओर अर्थात् अंतर्मुखता की ओर जाते हैं जिससे व्यर्थ की बातों, परचिंतन-परदर्षन की बातों से मुक्त होने लगते हैं।’’
उक्त बातें दयालबंद, गुरूनानक स्कूल स्थित महाराजा रणजीत सिंह सभागार में ब्रह्माकुमारीज़ टिकरापारा सेवाकेन्द्र द्वारा आयोजित पांच दिवसीय युवा संस्कार षिविर के दूसरे दिन सभा को संबोधित करते हुए सेवाकेन्द्र प्रभारी ब्रह्माकुमारी मंजू दीदी जी ने कही।
दीदी के मार्गदर्षन में आज भी सभी षिविरार्थियों ने शासन द्वारा निर्देषित योग अभ्यास क्रम (प्रोटोकॉल) के अनुसार योग का अभ्यास किया। दीदी ने जानकारी दी कि सभी षिविरार्थी व ब्रह्माकुमारीज़ के सदस्य 21 जून- अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस मनाने बहतराई खेल परिसर में ठीक 7 बजे उपस्थित होंगे और सामूहिक रूप से योगाभ्यास करेंगे।
बहतराई स्टेडियम में भी आज मुख्य संचालन के लिए ब्रह्माकुमारी मंजू दीदी सहित योग प्रदर्षन के लिए पतंजलि, आर्ट ऑफ लिविंग, गायत्री परिवार सहित अन्य संस्थाओं के सदस्यों ने मिलकर योग का पूर्वाभ्यास किया।
प्रति,
भ्राता सम्पादक महोदय,
दैनिक………………………..
बिलासपुर (छ.ग.)