Rajrishi
शिव मंदिर में ब्रह्माकुमारीज़ द्वारा आध्यात्मिक चित्र प्रदर्शनी लगाई गई

सादर प्रकाशनार्थ
प्रेस विज्ञप्ति
सर्व गुणों व शक्तियों के भण्डार हैं भगवान शिव
सावन सोमवार को बंधवा तालाब के निकट स्थित शिव मंदिर में ब्रह्माकुमारीज़ द्वारा आध्यात्मिक चित्र प्रदर्शनी लगाई गई
बहनों ने सुनाई भगवान शिव की महिमा व दिया सत्य परिचय
मंदिर में भक्तों का तांता लगा रहा जिसमें लगभग 250 जिज्ञासुओं ने रूचि के साथ ज्ञान का लाभ लिया…
ब्रह्माकुमारीज़ बलौदा : भगवान शिव देवों के देव महादेव हैं वे सर्व धर्म आत्माओं के परमपिता हैं क्योंकि सभी धर्मों में भगवान के ज्योति स्वरूप को प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष रूप से स्वीकार किया ही गया है। गुरूनानक साहब ने एक ओंकार निराकार कहा, मुस्लिम धर्म में नूर कहा, क्रिश्च्यन ने उसे मोमबत्ती के प्रकाश के समान कहा है जबकि हिन्दू धर्म में ज्योतिर्लिंग के रूप में भारत के कोने-कोने में पूजा जाता है। कलयुग अंत में पुनः भारत को जगत्गुरू बनाने, सर्व धर्मों का विनाश कर एक सत्य धर्म अर्थात् आदि सनातन देवी-देवता धर्म की स्थापना करने भगवान शिव का अवतरण होता है।
उक्त बातें बलौदा के बंधवा तालाब के निकट स्थित शिव मंदिर में ब्रह्माकुमारीज़ बलौदा द्वारा लगाए गए आध्यात्मिक चित्र प्रदर्शनी में भगवान शिव की महिमा बताते हुए कही गई। ब्रह्माकुमारी बहनों व भाईयों ने बतलाया कि भगवान शिव की महिमा अपरमअपार है उनके लिए कहते हैं कि वे रूप में बिन्दू और गुणों में सिंधू के समान है। यदि सागर को स्याही बना दें, सारी धरती को कागज, जंगल को कलम और स्वयं मां सरस्वती लिखने बैठ जाएं तो भी भगवान की महिमा नहीं लिखी जा सकती। यही श्रावण का महीना पांचवे युग पुरूषोत्तम संगमयुग के समान है जो भगवान का प्रिय काल है।
उन्होंने बतलाया कि भगवान शिव को स्वयं-भू कहते हैं क्योंकि वे स्वयं उत्पन्न हुए हैं वे सबके रचयिता, सबके मात-पिता परमपिता परमात्मा हैं। इसीलिए इस मंदिर के इतिहास में यहां के ज्योतिर्लिंग को भुंईतोड़े महादेव कहा गया है। जो स्वयं प्रकट हुए हैं।
मंदिर में लोगों की आवाजाही लगी रही। प्रातः 8 बजे से 12 बजे चार घण्टे तक लगाए गए इस प्रदर्शनी में लगभग ढ़ाई सौ जिज्ञासुओं ने ज्ञान का लाभ लिया। इस अवसर पर प्रदर्शनी समझाने के लिए ब्रह्माकुमारी ईश्वरी बहन, राकेश भाई, अमर भाई व सेवाधारियों के रूप में ब्रह्माकुमारी हेमवती बहन, जोशी भाई, मनोज सोनी भाई, योगेश भाई, ज्योति बहन, सावित्री माता, गिरिजा बहन उपस्थित थे जिन्होंने शिवभक्तों को प्रेरित किया व व्यवस्था संभाली। उन्होंने सेवाकेन्द्र की प्रभारी – मंजू दीदी जी के निमंत्रण पर बस स्टैण्ड के निकट स्थित सेवाकेन्द्र में प्रतिदिन निःशुल्क सत्संग लाभ लेने के लिए सभी भक्तों व नगरवासियों को आमंत्रित किया। मंदिर परिसर के पुजारियों एवं व्यवस्थपकों ने इस आयोजन के लिए पूरा सहयोग दिया।
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