Connect with us
 

Rajrishi

व्यर्थ बातें रोमिंग की तरह ब्रह्माकुमारीज़ टिकरापारा में माउण्ट आबू से पधारे भाईयों ने दिया प्रवचन

व्यर्थ बातें रोमिंग की तरह
ब्रह्माकुमारीज़ टिकरापारा में माउण्ट आबू से पधारे भाईयों ने दिया प्रवचन
DSC07726 DSC07765 DSC07735 DSC07731
प्रजापिता ब्रह्माकुमारी ईष्वरीय विष्व विद्यालय के टिकरापारा सेवाकेन्द्र में आज माउण्ट आबू से पधारे राजयोगी ब्रह्माकुमार भाईयों ने साधकों के स्वउन्नति के लिए प्रेरणात्मक उद्बोधन दिये।
ब्रह्माकुमार खिलावन भाई ने कहा कि हम स्वयं को जितना मूल्यवान समझेंगे तब अपने को मूल्य दे पायेंगे। व्यर्थ बातें हमारे जीवन में रोमिंग की तरह हैं, जिस प्रकार रोमिंग में इनकमिंग व आउटगोइंग दोनों पर चार्जेस लगते हैं उसी प्रकार प्रकार व्यर्थ बातें सुनने व सुनाने, दोनों से हमारी आंतरिक व बाह्य सभी शक्तियों का हास होता है। परचिंतन, परदर्षन व व्यर्थ बातों की लिकेज को समाप्त करना होगा तब हम ज्ञान, गुण, शक्तियों से भरपूर हो जायेंगे। सेवा निःस्वार्थ भाव युक्त हो, नाम-मान-षान के लिए की गई सेवा कच्चा फल खाने की तरह है।
ब्रह्माकुमार बद्रीनाथ भाई ने कहा कि समस्याएं सभी के पास हैं लेकिन समस्या नहीं समाधान स्वरूप बनें। स्वयं के कर्मों पर विषेष ध्यान दीजिये और उन्हें दूर करने का पुरूषार्थ करें। जो भी समय मिले उसमें भगवान को याद करें।
ब्रह्माकुमार संतोष भाई ने कहा कि हम सभी विष्व परिवर्तन के प्रतिनिधि हैं परमात्मा के द्वार पर पहुंचने वाली सीढ़ीयां हैं। हमारा हर एक कर्म बहुत ही नपा-तुला होना चाहिये। हम विष्व के रंगमंच पर हैं, हम जैसा भी कर्म करेंगे, हमें सभी फॉलो करेंगे।
ब्रह्माकुमार अभिमन्यु भाई ने कहा कि अपने परिवार एवं ईष्वरीय परिवार दोनों में प्यारे व न्यारे बनें। जितनी वेल्यू लौकिक परिवार को देते हैं उतनी ही वैल्यू ईष्वरीय परिवार में भी जरूर दें, दोनों का संतुलन बनाकर चलते रहें। साथ ही अपने संबंधियों को भी ईष्वरीय परिवार से जोड़ने के लिए मेहनत भी करें उन्हें बदलने के लिए सबसे मुख्य हमें अपने व्यवहार में शुद्धि जरूर लाना चाहिये। कोई भी अपषब्द नहीं निकलने चाहिये, अषुभ भावना भी न हो, भले कोई हमें कितना भी आक्रोषित करें, गाली दें। कभी-भी सेवाएं मजबूरी या बे-मन से न करें। यदि हम तन, मन या धन से सेवा करते हैं तो उसमें जरा भी मान शान की चाह न हो क्योंकि जहां मान-षान की चाह है वहां स्वार्थ आ गया। स्वयं पर व अपने कर्मों पर सदा अटेन्षन देना होगा क्योंकि ये कोई एक दिन का कार्य नहीं है इसके लिए बहुत काल का अभ्यास चाहिये। सदा सकारात्मक रहें, क्या, क्यों के प्रष्न में जायेंगे तो कभी उन्नति नहीं कर पायेंगे। समय दोबारा कभी नहीं आता। 
ब्रह्माकुमारीज़ टिकरापारा सेवाकेन्द्र प्रभारी ब्र.कु. मंजू दीदी जी ने आज परमात्म महावाक्य सुनाते हुए कहा कि हम ऐसे परवाने बनें, जो परमात्मा रूपी शमा पर बिल्कुल फिदा हो जायें। दीदी जी ने जानकारी दी कि मंगलवार सुबह प्रारंभ हो रहे बाल संस्कार षिविर का शुभारम्भ मंगलवार सुबह 7 से 8.30 बजे माउण्ट आबू से आये हुए भाईयों के द्वारा होगा।
 
 
ब्रह्माकुमारीज़ टिकरापारा में बाल संस्कार शिविर कल से
क्लास 1 से क्लास 12 तक के बच्चे ले सकेंगे लाभ
‘‘प्रजापिता ब्रह्माकुमारी ईष्वरीय विष्व विद्यालय के टिकरापारा सेवाकेन्द्र के द्वारा कल दिनांक 9 मई से प्रातः 7 से 8.30 बजे 12 दिवसीय बाल संस्कार षिविर का भव्यता से आयोजन किया जा रहा है। शिविर में प्रातः स्मरण, दोहे, गीता श्लोक, नीति श्लोक, हनुमान चालीसा, खेल-खेल में योग, एरोबिक्स, आसन-प्राणायाम, योगनिद्रा, मेडिटेषन, मेमोरी ट्रिक्स, नैतिक षिक्षा, संस्कार निर्माण के आधार, संस्कार परिवर्तन एवं चरित्र निर्माण, सात्विक डाइट, न्यूट्रीशन एवं हैल्दी फूड हैबिट्स, इन्टरनेट से इनर नेट, इनर ब्यूटी, रोड टू सक्सेस, सेल्फ कॉन्फिडेन्स, कॉम्यूनिकेशन स्कील, पॉवर ऑफ मेडिटेषन एण्ड थॉट, मूल्यों से मूल्यवान जीवन, स्टूडेन्ट लाइफ इज़ द बेस्ट, भय से मुक्ति आदि विषयों को लिया जायेगा।’’
दीदी जी ने जानकारी दी कि इस वर्ष शिविर को तीन समूहों में बांटा गया है जो कि एक ही समय पर सेवाकेन्द्र के तीन सभागारों में एक साथ संचालित होंगे। कक्षा 1 से 4 तक बच्चे एन्जिल ग्रुप, कक्षा 5 से 8 डायमण्ड ग्रुप एवं कक्षा 9 से 12 के बच्चे डिवाइन गु्रप के अंतर्गत शामिल होंगे। इन्हीं समूहों के अनुसार उक्त वर्णित विषयों को लिया जायेगा। 
भ्राता सम्पादक महोदय,
दैनिक………………………..
बिलासपुर (छ.ग.)
Continue Reading
Advertisement