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Rajrishi

जीवन की निर्माता है नारी – ब्रह्माकुमारी शशीप्रभा ‘‘भारतीय संस्कृति को भूलने के कारण आज नारी का सम्मान घटता जा रहा है ’’

जीवन की निर्माता है नारी – ब्रह्माकुमारी शशीप्रभा
‘‘भारतीय संस्कृति को भूलने के कारण आज नारी का सम्मान घटता जा रहा है ’’

ये बातें नेहरू युवा केन्द्र के जिला-कार्यालय में बेटी-बचाओ, बेटी-पढ़ाओ एवं युवाशक्ति विषय पर आयोजित कार्यक्रम को संबोधित करते हुए ब्रह्माकुमारीज़ टिकरापारा की बहन ब्र.कु. शशी प्रभा ने कहा कि अगर माँ नहीं होती तो यह जीवन नहीं होता क्योंकि हरेक व्यक्ति को जीवन देने वाली माँ होती है पर नारी शक्ति ना हो तो जीवन की परिकल्पना करना निरर्थक है। समूचे विश्व  में जितने भी महान व्यक्ति के बारे में देखे तो उनको आगे बढ़ाने में किसी न किसी नारी का हाथ जरूर रहा है। उन्होंने अपने जीवन का उद्देश्य  किस प्रकार निर्धारित करें इसके लिए युवाओं को उचित मार्गदर्शन दिया  और उन्हें ध्यान कराया।
श्रेष्ठ संस्कारों की दात्री है नारी – ब्रह्माकुमारी डॉ. संगीता
इस अवसर पर ब्र.कु. डॉ. संगीता बहन ने कहा कि ये सत्य है कि एक नारी पर्वत को ऊंगली पर उठा सकती है मुर्द्रों को जगा सकती है हमारा भारत देष वो देष है जहाँ नारी माँ बनकर भगवान को गोद में खिला सकती है। हम देखते हैं कि आज भले ही युद्ध के मैदान में पुरूष जाता है परन्तु जाने से पहले शक्ति के लिए प्रार्थना करता है माँ दुर्गा की, इसी तरह व्यक्ति धन कमाता है परन्तु पूजा करता है माँ लक्षमी की, पढ़-लिखकर विद्वान पुरूष बनता है लेकिन अराधना करता है माँ सरस्वती की और जीवन की चौथी आवष्यकता भोजन की जिनके लिए माँ अन्नपूर्णा गायी हुई हैं। बच्चो में श्रेष्ठ संस्कार देने का कार्य माँ ही कर सकती है जो और कोई नहीं कर सकता। भारत को भी भारत माता कहा जाता है भारत पिता नहीं कहते। भारत में जो पवित्र नदियां बहती हे उन सारी नदियों का नाम भी नारी के नाम से ही है। भारत का पवित्र शास्त्र जिसे गीता माता कहा जाता है। अगर भारत की नारियां साक्षात् वो आभा प्रदान करने वाली बन जाये गंगा मैया, गीता माता बन जाये तो संसार के उद्धार के निमित्त बन सकती है। उन्होंने आगे कहा कि
’’बेटियां हर किसी के मुक्ददर में कहाँ होती हैं, रब को जो घर पसंद आये बस वहाँ होती हैं।‘‘
साथ ही ब्र.कु. गौरी बहन ने अजन्मी बेटी का मां को लिखा पत्र पढ़कर सभी युवाओं को सुनाया जिससे सभी की आंखें नम हो गईं।
जन्माष्टमी के अवसर पर कृष्ण बनो प्रतियोगिता का आयोजन
टिकरापारा सेवाकेन्द्र प्रभारी ब्र.कु. मंजू दीदी जी ने जानकारी दी कि जन्माष्टमी के अवसर पर 15 अगस्त सायं 6.30 बजे ब्रह्माकुमारीज़ टिकरापारा के हार्मनी हॉल में कृष्ण बनो प्रतियोगिता का आयोजन किया जा रहा है जिसमें शहर के सभी बच्चे शामिल हो सकते हैं एवं जन्माष्टमी मनाने का आध्यात्मिक प्रयोजन भी बताया जायेगा जिसमें सभी शहरवासी सादर आमंत्रित हैं। साथ ही स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर प्रातः 7 बजे ध्वजारोहण का कार्यक्रम भी आयोजित किया गया है।
ईष्वरीय सेवा में,
ब्र.कु. मंजू
बिलासपुर टिकरापारा
सादर प्रकाषनार्थ,
भ्राता सम्पादक महोदय
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