Rajrishi
स्वर कोकिला लता दीदी को दी गई मौन श्रद्धांजलि

सादर प्रकाश नार्थ
प्रेस विज्ञप्ति
*निश्चय व आत्मविश्वास से पूर्ण था लता दीदी का जीवन*
*स्वर कोकिला लता दीदी को दी गई मौन श्रद्धांजलि*
*उनके नए जीवन के लिए की गई श्रेष्ठ कामना*
*ब्रह्मा कुमारीज मुख्यालय जाने का सपना रहा अधूरा*
बिलासपुर टिकरापारा:- भारत रत्न से सम्मानित स्वर कोकिला लता दीदी के निधन पर ब्रह्माकुमारीज़ परिवार की ओर से भावपूर्ण श्रद्धांजलि दी गई। ब्रह्माकुमारी मंजू दीदी ने बतलाया कि जब बहनों ने लता दीदी को ईश्वरीय संदेश दिया तब दीदी ने माउंट आबू जाने की इच्छा जाहिर की थी लेकिन उनके आने का संकल्प अधूरा रह गया।
निश्चय व आत्मविश्वास से पूर्ण उनका जीवन सभी के लिए प्रेरणादायक है।महज़ तेरह वर्ष की आयु में ही पिताजी के देहावसान के बाद घर के सदस्यों की जिम्मेदारी उन पर आ गई।
शीतलता और शांति से परिपूर्ण आपके जीवन का यह सफर आगे भी चलता रहेगा क्योंकि विनाश तो केवल शरीर का होता है आत्मा तो अजर -अमर – अविनाशी सत्ता है उसका विनाश होता ही नहीं।
बहनों ने लता दीदी द्वारा गाए गए गीत को गाकर उन्हें याद किया। ब्रह्माकुमारी समीक्षा बहन ने एक तू ही भरोसा, एक तू ही सहारा…., कु. प्रीति बहन ने ए मेरे वतन के लोगों… और शशी बहन ने नाम गुम जाएगा, चेहरा ए बदल जाएगा गीत गाकर अपनी भावपूर्ण श्रद्धांजलि दी।
ब्रह्माकुमारीज़ टिकरापारा की सभी बहनों ने मौन में रहकर उनकी आत्मा की शान्ति और आगे की जीवन सुखद के लिए शुभकामना दी।
ईश्वरीय सेवा में,
ब्रह्मा कुमारी मंजू
बिलासपुर टिकरापारा