Rajrishi
शिवरात्रि महोत्सव में आयोजित सत्संग में ब्रह्माकुमारी मंजू दीदी ने कहा – समस्याओं व बाहरी चोट के समय हमें अंदर से संभालते हैं परमात्मा

बिलासपुर, राज किशोर नगर :- कई बार बर्तन धीरे से उठाने पर भी आवाज होती है क्योंकि वह दूसरे बर्तनों से जुड़ी होती है। उसी प्रकार कई बार हमारी गलती न होने पर भी आवाज हो जाती है। संगठन में आगे बढ़ने वालों के साथ कई बार ऐसा होता है। ऐसे में हम अपनी शुभभावनाओं को न छोड़ें क्योंकि आज परफेक्ट कोई नहीं बना है। ज्ञान की बातों को मन में बरकरार रखें। जब हम आध्यात्म को अपनाते हैं ज्ञान को धारण करते हैं उस समय बहुत उमंग-उत्साह होने के कारण हम स्वयं से कुछ प्रतिज्ञाएं करते हैं। भगवान कहते हैं कि उन प्रतिज्ञाओं को डायरी में नोट कर लेना चाहिए और समय-समय पर रिवाइज करते रहना चाहिए। इससे हमारे मन की दिशा विपरीत नहीं होगी। जो भूलें होती हैं वे सुधर जाएंगी। यदि प्रतिज्ञाओं को रिवाइज नहीं करेंगे तो गलतियां और बढ़ जाएंगी।
उक्त बातें राज किशोर नगर में आयोजित महाषिवरात्रि महोत्सव में षिव-अनुराग भवन में आयोजित सत्संग में श्रद्धालुओं को संबोधित करते हुए ब्रह्माकुमारी मंजू दीदी जी ने कही। आपने बतलाया कि सीखने के लिए या आगे बढ़ने के लिए झुकना, मरना, मिटना पड़ता है। जब हमें ऐसी परिस्थितियों से, संगठन से कुछ चोट लगती है तो सर्वशक्तिमान परमात्मा शिवबाबा हमें अंदर से संभाल कर रखते हैं। जो असत्य है वह खुष नहीं रह सकता, सब कुछ अच्छा भी मिल जाए तो भी उदास रहेगा। सत्यता बहुत बड़ी शक्ति है।
विश्व-शान्ति के लिए कराया गया मेडिटेशन…
रूस-यूक्रेन युद्ध के कारण दुनिया में फैले हुए अशान्ति व भय के वातावरण को शान्त करने के लिए सभी श्रद्धालुओं को योग अभ्यास कराया गया और युद्ध की समाप्ति व पूरे विश्व में शान्ति के लिए दीदी ने कॉमेन्ट्री के माध्यम से मेडिटेशन का अभ्यास कराया गया।
महोत्सव का अंतिम दिन 6 मार्च को…
दीदी ने जानकारी दी कि राजकिषोर नगर, स्मृतिवन के निकट स्थित 40 फीट ऊंचे शिवलिंग व द्वादष ज्योतिर्लिंग की इस झांकी के प्रति भक्तों के रूझान को देखते हुए एक दिन के लिए बढ़ा दी गई है। रविवार को प्रातः 6 बजे से दोपहर 12 बजे एवं शाम 5 से रात्रि 9 बजे तक श्रद्धालु जन ज्योतिर्लिंग का दर्शन व पूजन कर सकेंगे।