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Rajrishi

परमात्म श्रीमत पर चलने से बढ़ेगी परिवर्तन की गति – ब्रह्माकुमारी हेमा दीदी

परमात्म श्रीमत पर चलने से बढ़ेगी परिवर्तन की गति – ब्रह्माकुमारी हेमा दीदी
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‘‘समय रॉकेट की रफ्तार से आगे बढ़ता जा रहा है और हमारी आध्यात्मिक उन्नति की गति बहुत कम है, किसी की पैदल चाल किसी की बस की गति और किसी की ट्रेन की गति के समान है। धरती पर स्वर्ग की कल्पना तब संभव है जब हम बुराई से अच्छाई की ओर जाने की गति राकेट के समान तीव्र होगी। वर्तमान समय स्वयं परमपिता परमात्मा धरती पर अवतरित होकर सब कुछ लुटा रहा है लेकिन लेने वाले नम्बरवार है। कोई लोटी भरता है कोई तालाब लेकिन परमात्मा तो सुख,षांति, आनंद, प्रेम प्रवित्रता के सागर हैं। यदि हम चाहें तो सागर को भी अपने में समा सकते हैं इसी का शास्त्रों में गायन है कि पंछियों ने सागर को हप किया। लेकिन इसके विपरित ऐसा न हो जाय कि देने वाला तो लुटा रहा है पर अंत समय हमारे पास पष्चाताप के अलावा कुछ न बचे। काम, क्रोध, लोभ, मोह, अहंकार ये तो मोटी लोहे की जंजीरे हैं लेकिन हमें इनके सूक्ष्म अंष ईर्ष्या, घृणा, आलस्य, अलबेलापन, कमजोर स्वभाव, को भी छोड़ना है  ’’
उक्त बातें ब्रह्माकुमारीज़ के टिकरापारा सेवाकेन्द्र में इंदौर से पधारी ब्रह्माकुमारी हेमलता दीदी जी ने कही। आप ब्रह्माकुमारीज़ के मध्यप्रदेष, छत्तीसगढ़, उड़ीसा, राजस्थान की क्षेत्रीय समन्वयक हैं।
साथ ही भिलाई से पधारी ब्रह्माकुमारी आषा दीदी जी ने भी आषीर्वचन देते हुए कहा कि हमारा त्याग सबके प्रति निस्वार्थ, कल्याण और दिल का हो तब हमें परमात्मा भी दिल से सबकुछ देते हैं। अच्छी बातें मोबाइल या कॉपी में नोट तो है लेकिन उसका महत्व तब है जब हम समय पर उसे प्रयोग करें क्यांकि समय सबसे अधिक मूल्यवान है, वह एक बार गया तो दोबारा नही आयेगा।
टिकरापारा सेवाकेन्द्र में नवनिर्मित अनूठे ध्यान कक्ष का हुआ भव्य उद्घाटन
इस अवसर पर ब्रह्माकुमारी हेमलता दीदी जी एवं ब्रह्माकुमारी आषा दीदी जी के द्वारा टिकरापारा सेवाकेन्द्र में नवनिर्मित अलौकिक ध्यान कक्ष (बाबा की कुटिया) का भव्य उद्घाटन किया गया। दीदीयों ने सभी शहरवासियों से अनुरोध किया है कि सभी ध्यान का अभ्यास करने कम से कम सप्ताह में एक बार इस कुटिया में तपस्या करने अपने लिये अवष्य समय निकाले और इस तपस्या से सारे बिलासपुर में ऐसे वाइब्रेषन का निर्माण होगा जो सभी तपस्वीमूर्त बन जायंगे। यह कुटिया नही अपितु तपस्या की कुटिया है।
अंत में गौरी बहन के द्वारा पूछो ना कैसी है मेरी मॉं के गीत पर नृत्य प्रस्तुत किया गया। इस अवसर पर सेवाकेन्द्र प्रभारी मंजू दीदी , वार्ड क्रमांक 38 के पार्षद भ्राता दिनेष देवांगन जी, इंदौर से पधारे अमीन भाई, अन्नू बहन एवं बड़ी संख्या में नागरिकगण उपस्थित हुए।
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