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Brahma Kumaris Raj Kishore Nagar

क्रोध करने का संस्कार परमात्मा से योग लगने नही देता: बीके मंजू

*शिव अनुराग भवन राजकिशोरनगर में पाजिटिव थिंकिंग की क्लास*

*क्रोध करने का संस्कार परमात्मा से योग लगने नही देता: बीके मंजू*

*श्राद्ध तर्पण का रहस्य गीता के आधार पर*

बिलासपुरः शिव अनुराग भवन राजकिशोरनगर में पाजिटिव थिंकिंग की क्लास चल रही है। बीके मंजू ने कहा कि परमात्मा से मन बुद्धि का संबंध जोड़ने के लिये मन को एक सेकंड मे शांत अवस्था मे ले जाने का अभ्यास आवश्यक है। क्रोध करने का संस्कार एकाग्रता की स्थिति लाने मे विघ्न उत्पन्न करता है। अगर क्रोध से नाता टूट भी जाये तो क्रोध के बाल बच्चों से प्यार हो जाता है। बुद्धि का नशा, उल्टे कार्य का नशा, विशेषता का नशा, यह सब क्रोध के बाल बच्चे रौब का ही रूप है। इस कडवाहट के संस्कार को निकालने के लिये दृढ़ता की आवश्यकता है।

आगे कहा कि हर समस्या का कुछ न कुछ कारण अवश्य होता है। कई मामलों मे हम स्वयं कारण बनते है और कई मामलो मे दुसरे कारण के रूप मे सामने आते है। निवारण स्वरुप बनने से कारण सहज समाप्त हो जाते है। चाहे स्वयं कारण बनते है या दूसरा कोई कारण बनता है, लेकिन पर-उपकारी आत्मा बन, रहमदिल आत्मा बन, शुभभावना, शुभकामना के दिल वाले बन सहयोग दो, स्नेह लो।

बीके मंजू ने बताया कि श्रीमद भगवत गीता के आधार पर श्राद्ध तर्पण का आध्यात्मिक रहस्य बहुत अच्छी तरह स्पष्ट होता है। सभी जिज्ञासुओं के लिये शिव अनुराग भवन राजकिशोरनगर में 7 से 14 सितंबर तक सायं साढे छः से आठ बजे तक विशेष आध्यात्मिक उद्बोधन का आयोजन किया गया है।

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