Rajrishi
Inspirational class to maintain harmony in relationships by Bro.Shantanu at Brahma Kumaris center at Tikrapara
Inspirational class to maintain harmony in relationships was given by B.K.Shantanu, HQ Co-ordinator of Media Wing, at Brahma Kumaris center at Tikrapara. B.K.Shantanu also shared the importance of performing actions while keeping our invaluable infront.
‘‘हमारे जीवन में आने वाली समस्याओं का कारण हमारे मन के कमजोर, नकारात्मक और व्यर्थ संकल्प हैं। हमारा फोकस उन कार्यों पर हो जो हम चाहते हैं जबकि हम ठीक इसके विपरीत यही सोचते हैं कि यह न हो और यही हमारे जीवन के विघ्नों का कारण है। हर कर्म से पूर्व मात्र दो मिनट भगवान की याद हो और विचारों में दृढ़ता हो कि मुझे यह करना ही है तो हर कर्म सार्थक होगा। यूं तो हम सभी गीता की वही बातें सुनते हैं लेकिन आगे वही बढ़ता है जो सही पात्र बनकर ज्ञान को धारण कर जीवन में अमल करता है। हम आपस में मिलते हैं तब एक-दूसरे से ओमशान्ति कहकर अभिवादन करते हैं यह हमें याद दिलाता है कि मैं शान्ति के सागर परमात्मा की संतान एक आत्मा हूं, मेरा स्वरूप शान्त है, मेरे इस अनमोल जीवन का उददेश्य ही है विश्व में आपसी भाईचारा फैलाकर शान्ति स्थापित करना। हम जहां भी रहें, ट्रस्टीपन के भाव में रहें। देह हमारा मंदिर है इसे साफ-सुथरा और स्वस्थ रखना है क्योंकि मुझ आत्मा रूपी मूर्ति उसमें विराजित है। वस्तु-वैभव, धन-संपत्ति आदि संभालना है क्योंकि उससे परिवार को पालना है, सामाजिक सेवाओं में लगाना है। संबंधों में कभी-भी लम्बे समय तब मन-मुटाव न रखें। आपस में बात कर गलतफहमियों को या कलह-क्लेश को दूर करें, और दिल साफ कर लें। यह स्मृति में रहे कि निंदा हमारी जो करे मित्र हमारा वो है, उसके प्रति कभी भी रियेक्शन प्रकट न करें। गलत का साथ न दें, जहां सामना करना हो, सामना भी करें। आपका इरादा नेक होगा तो आपके साथ कभी बुरा नहीं होगा।’’
उक्त बातें ब्रह्माकुमारीज़ टिकरापारा सेवाकेन्द्र में माउण्ट आबू से पधारे मीडिया प्रभाग के मुख्यालय संयोजक भ्राता ब्रह्माकुमार शान्तनु जी ने साधकों को संबोघित करते हुए कही। आपने हर कर्म में भगवान को साथी बनाकर रखने और उनकी श्रीमत की लकीर के अंदर रहने और दत्तात्रेय ऋषि की तरह गुणग्राही बनने की सलाह दी।
टिकरापारा में सात दिवसीय निःशुल्क राजयोग शिविर का आयोजन आज शाम से
सेवाकेन्द्र प्रभारी ब्र.कु. मंजू दीदी जी ने जानकारी दी कि एक फरवरी से सायं 6 से 7.30 बजे निःशुल्क सात दिवसीय राजयोग शिविर का आयोजन किया जा रहा है जिसमें सभी वर्ग, आयु के व्यक्ति शामिल हो सकते हैं। उन्होंने बताया कि यह शिविर रिश्तों में मधुरता लाने, विद्यार्थियों की एकाग्रता बढ़ाने, युवाओं की मानसिक सबलता के लिए एवं सभी की बौद्धिक, भावनात्मक, नैतिक एवं आध्यात्मिक क्षमताओं के विकास के लिए बहुत ही उपयोगी है।
प्रति,
भ्राता सम्पादक महोदय,
दैनिक………………………..
बिलासपुर (छ.ग.)