Rajrishi
माउण्ट आबू से पधारे भानू भाई ने गुणों पर आधारित खेल के द्वारा दिया आध्यात्मिक ज्ञान
प्रेस-विज्ञप्ति
भगवान से सच्चे प्यार का मापदण्ड है – जीवन में निरंतर खुशी
माउण्ट आबू से पधारे भानू भाई ने गुणों पर आधारित खेल के द्वारा दिया आध्यात्मिक ज्ञान
‘‘हम कहते तो हैं कि हमें भगवान से प्यार है किन्तु जीवन में खुषी नहीं है लेकिन भगवान से सच्चे प्यार का मापदण्ड है जीवन में निरंतर खुषी का होना। हम सभी परमात्मा के बच्चे हैं और यह भगवानुवाच है कि जो बच्चे सुबह उठते ही गॉड को गुडमॉर्निंग करते हैं वह गुणों से भरपूर हो जाते हैं। और गुणों से भरने के बाद गुणों से भरी दुनिया सतयुगी दुनिया में जाने के लायक बन जाते हैं, हर कार्य भी गुड ही गुड होता जाता है। और रात को सोते समय भगवान को गुड नाईट भी जरूर करना है। गुड मॉर्निंग से गुड नाइट तक गॉड को साथ ही रखना है।’’
उक्त बातें ब्रह्माकुमारीज़ टिकरापारा में माउण्ट आबू से पधारे ब्रह्माकुमार भानू भाई ने सेवाकेन्द्र में उपस्थित साधकों को संबोधित करते हुए कही। आपने संस्था की मुख्य प्रषासिका दादी जानकी जी का उदाहरण देते हुए आपने कहा कि दादीजी एकदम सरल हैं, उन्हें दुनियावी इधर-उधर की बातें आकर्षित नहीं करतीं। वे एक परमात्मा के प्यार में खोये रहते हैं और उनके दिल में परमात्मा की याद के सिवा दूसरा कुछ नहीं है। और इसी अनुभूति में हमेंषा रहने के कारण उन्हें मोस्ट स्टेबल माइण्ड इन द वर्ल्ड का खिताब दिया गया।
एकाग्रता, परख और निर्णयषक्ति के गुणों को स्वयं के अंदर चेक करने के लिये खेल कराया जिसमें बुद्धि की एकाग्रता परीक्षण करने के लिये विभिन्न पद बनाये गये थे। और अंततः प्रष्नोत्तर सत्र में उत्तर की तीव्रता व परिषुद्धता के माध्यम से इस खेल का परिणाम निकाला गया।
टिकरापारा सेवाकेन्द्र प्रभारी ब्र.कु. मंजू दीदी जी ने जानकारी दी कि बिलासपुर ही भानू भाई की जन्मभूमि है और उन्होंने अपना पूरा जीवन मुख्यालय माउण्ट आबू में समर्पित कर दिया है। वर्तमान में वे माउण्ट आबू में आगंतुक मेहमानों को भोजन खिलाने की व्यवस्था की सेवा कर रहे हैं। साथ ही वर्षभर आयोजित अनेक प्रभागों के कार्यक्रम में आध्यात्मिक गीत बनाने व गाने की सेवा भी करते हैं।