Rajrishi
प्रेम, पवित्रता, मासूमियत व मिठास से परिपूर्ण थीं दादीजी – ब्रह्माकुमारी मंजू दीदी

बिलासपुर टिकरापाराः- प्रजापिता ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्व विद्यालय की भूतपूर्व मुख्य प्रशासिका राजयोगिनी दादी हृदयमोहिनी जी की 11 मार्च को प्रथम पुण्यतिथि पर आज गुरूवार को टिकरापारा में भगवान शिवबाबा को भोग लगाया गया।
इस अवसर पर सेवाकेन्द्र प्रभारी ब्रह्माकुमारी मंजू दीदी ने बतलाया कि दादी हृदयमोहिनी जिन्हें हम प्यार से दादी गुलजार जी कहते हैं। दादीजी का जीवन प्यार, पवित्रता, मासूमियत व मिठास से परिपूर्ण था। दादी जानकी जी के जीवन से लव और लॉ दोनों महसूस होता था लेकिन दादी गुलजार जी तो प्यार के सागर जैसी थीं। संस्था से जुड़े लाखों भाई-बहनें दादीजी की बहुत शुकगुज़ार हैं क्योंकि पिताश्री ब्रह्माबाबा के अव्यक्त होने के बाद दादीजी के माध्यम से ही सभी ने ईश्वरीय प्रेम की अनुभूति की, प्रभु-मिलन का अपार सुख लूटा।
दादीजी की विशेषताओं को याद कर सभी ने मौन श्रद्धांजलि दी। इस अवसर पर सेवाकेन्द्र के आनन्द वाटिका में लगे नारियल के पेंड़ का नारियल पानी सभी को भोग के साथ दिया गया।