Rajrishi
वर्ष 2023 के लिए ब्रह्माकुमारीज़ टिकरापारा सेवाकेन्द्र में अपने श्रेष्ठ लक्ष्य और लक्षण को समान बनाने के लिए बनी कार्ययोजना*

सादर प्रकाशनार्थ
प्रेस विज्ञप्ति
*अपने बोल में अच्छी भावना का समावेश करें…ब्रह्माकुमारी मंजू दीदी
वर्ष 2023 के लिए ब्रह्माकुमारीज़ टिकरापारा सेवाकेन्द्र में अपने श्रेष्ठ लक्ष्य और लक्षण को समान बनाने के लिए बनी कार्ययोजना*
*ईश्वरीय सेवाओं के साथ स्व-उन्नति के लिए समय देने पर दिया गया जोर …*
*वर्ष 2022 की विदाई के साथ व्यर्थ सोच, बोल व कर्म को भी विदा कर दें…*
बिलासपुर टिकरापारा :- हम वर्ष 2023 के लिए एक-दूसरे को शुभकामनाओं के बोल अवश्य बोलते हैं लेकिन यदि वाणी के साथ मन की अच्छी भावना भी शामिल करेंगे तो इन भावनाओं का असर मन-बुद्धि की गहराई तक जायेगा और एक अच्छे वातावरण का निर्माण होगा। इससे हमारा बिलासपुर ब्लिसफुल अर्थात् आनन्दमय स्थान बन जायेगा। सहयोग ही योग है। हम समाज की सेवाओं में सहयोगी बनते बनते योगी बन जाते हैं।
उक्त बातें ब्रह्माकुमारीज़ के टिकरापारा शाखा में 2023 के प्रथम दिन आयोजित विशेष सत्संग को संबोधित करते हुए सेवाकेन्द्र प्रभारी ब्रह्माकुमारी मंजू दीदी जी ने कही। आपने परमात्म महावाक्य सुनाते हुए कहा कि मैं-पन, अभिमान व अपनी विशेषताओं के अहंकार को असफलता का कारण है और निर्मानता का गुण सफलता दिलाती है। वर्ष 2022 की विदाई के साथ व्यर्थ सोच, बोल व कर्म को भी विदा कर देने की बात कही।
पूरे वर्षभर के लिए आपने सभी साधकों को जीवन में धारण करने की बातें 40 बिन्दुओं के रूप में सुनाईं और कहा कि अपनी क्षमता, समय व संस्कार अनुसार इनमें से केवल चार-पांच बातों का चुनाव कर दृढ़ता से उसका पालन करें। केवल सेवा-सेवा करने से स्वस्थिति श्रेष्ठ नहीं बन पाती और केवल योग-योग करने से कर्म अधूरा रह जाता है। इसलिए जीवन में कर्म और योग का संतुलन चाहिए। मुख्यालय माउण्ट आबू की दिनचर्या व कार्ययोजना भी सभी को सुनाई गई। सत्संग के पश्चात् सभी साधकों को मेवे का भोग दिया गया।
दीदी प्रातः 4 से 5 बजे अमृतवेले योग साधना का आज से ऑनलाइन प्रसारण शुरू किया गया जिसका लाभ आज 135 से अधिक साधकों ने लिया।