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Rajrishi

नशामुक्ति अभियान निजात मे ब्रह्माकुमारीज का सहयोग चाहिए: पुलिस अधीक्षक श्री संतोष सिंह

*नशामुक्ति अभियान निजात मे ब्रह्माकुमारीज का सहयोग चाहिए: पुलिस अधीक्षक श्री संतोष सिंह*

*राज किशोर नगर में आयोजित गीता ज्ञान के छठवें दिन रुद्राभिषेक किया गया…*

 

 

शिव अनुराग भवन ब्रह्माकुमारी सेवाकेन्द्र राजकिशोरनगर मे चल रहे श्रीमद् भगवत् गीता के छठवे दिन बिलासपुर पुलिस अधीक्षक श्री संतोष सिंह के पहुंचने पर ब्रह्माकुमारी भाई बहनों ने नशे के कारण सडक दुर्घटनाओ से सावधान करने एक लघुनाटिका प्रस्तुत की। इस पर श्री संतोष सिंह ने कहा कि राजनांदगाँव सहित अन्य जिलों मे भी चलाये गये नशामुक्ति अभियान में ब्रह्माकुमारी संस्था ने बढचढकर सहयोग दिया। आज 4 मे से एक अपराध या हादसे के पीछे नशाखोरी जिम्मेदार है। नशेडियो के साथ इस धंधे मे अवैध रूप से संलिप्त लोगो के उपर कार्यवाही इस अभियान का लक्ष्य है। ब्रह्माकुमारी मंजू दीदी ने भ्राता संतोष सिंह को ईश्वरीय सौगात देते कहा कि पुलिस विभाग मे जिम्मेदार पद पर रहते पारिवारिक जिम्मेदारियों के बीच आपका बखूबी संतुलन प्रेरणादायक है।

कल के प्रसंग को आगे बढाते दीदी ने कहा कि आत्मा शाश्वत है और चोला(शरीर) बदलने की प्रक्रिया सुखदायी है। परमात्म ज्ञान के आधार पर दीदी ने रहस्योद्घाटन किया कि माँ के गर्भ मे बच्चा या बच्ची का पिण्ड जब लगभग तीन मास का हो जाता है तब आत्मा उसमे प्रवेश कर आगे की यात्रा करती है। नये परिवार मे तो खुशी का माहौल रहता है किन्तु पुराना परिवार गमगीन रहता है। ऐसे मे चोला बदलने वाली आत्मा को शांति की, नये परिवार को प्रेम की और पुराने परिवार को शक्ति की आवश्यकता होती है, जिसे हम राजयोग के द्वारा देते है।

आज मनुष्य ज्वेलरी सेट, सोफे सेट, डायनिंग सेट के होते हुए भी अपसेट रहता है इसका मुख्य कारण है इच्छा अनुमान और मर्यादा का उल्लंघन । सीता माता की स्वर्ण मृग पाने की इच्छा, लक्ष्मण के प्रति गलत अनुमान और मर्यादा रूपी लक्ष्मण रेखा का उल्लंघन दुख की ओर ले गया। आज कार्यक्रम के शुरूआत मे शिव का रुद्राभिषेक किया जिसमे दीदी के लौकिक भ्राता संदीप भाई एवं समर्पित ब्रह्माकुमारी प्रीती बहन ने सहयोग दिया। दीदी ने अभिषेक मे उपयोग किये जाने वाले सभी द्रव्यों का विस्तार से परिचय दिया कि किस प्रकार सादा जल शीतलता, गाय का दूध लंबी आयु, साबुत चावल भरपूरता, काला तिल आत्मा, जौ शरीर इसी प्रकार अर्पण किये जाने वाले सभी पदार्थ गुणो विशेषताओं विकारों को प्रदर्शित करते है जिसकी आवश्यकता परमात्मा को तो नही है पर इनकी आवश्यकता अथवा त्याग सुखी जीवन के लिये जरूरी है।

अंत में एस पी भ्राता संतोष सिंह व अन्य सभी ने श्रीमदभगवत गीता की आरती की। श्री सिंह जी ने पूरे झांकी का अवलोकन किया व द्वादश ज्योतिर्लिंग के साथ 40 फुट ऊँचे शिवलिंग के दर्शन किये….

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