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Brahma Kumaris Raj Kishore Nagar

नियमित रक्तदान से 33% तक कम हो जाती है हृदय रोग की संभावना – ब्रह्माकुमारी मंजू दीदी

*नियमित रक्तदान से 33% तक कम हो जाती है हृदय रोग की संभावना – ब्रह्माकुमारी मंजू दीदी*

टिकरापारा में रक्तदान जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन

*शिव अनुराग भवन में रक्तदान के साथ स्वास्थ्य जांच व परामर्श शिविर रविवार 24 अगस्त को…*

*रक्तदान कर गिनीज बुक ऑफ़ वर्ल्ड रिकॉर्ड का हिस्सा बनिये…*

 

बिलासपुर, टिकरापारा, 21 अगस्त :- बड़े ऑपरेशन, ट्रॉमा, सर्जरी, कैंसर, एनीमिया थैलेसेमिया आदि से पीड़ित मरीजों के लिए रक्त की आवश्यकता होती है। जो व्यक्ति निमित्त रूप से रक्तदान करते हैं उन्हें हार्ट अटैक का खतरा 88% तक काम होता है और किसी भी प्रकार की हृदय संबंधी बीमारी होने की संभावना 33% तक कम हो जाती है।

उक्त बातें ब्रह्मा कुमारीज, प्रभु दर्शन भवन, टिकरापारा सेवा केंद्र में गुरुवार के अवसर पर आयोजित सत्संग को संबोधित व रक्तदान के प्रति जागरूक करते हुए ब्रह्माकुमारी मंजू दीदी ने कही। उन्होंने कहा कि युवा तो रक्तदान कर सकते हैं किंतु जो 65 वर्ष से अधिक हैं वे कम से कम किसी एक को रक्तदान के लिए प्रेरित किया तो इस महादान में गिलहरी जैसा सहयोग हो जाएगा।

उन्होंने बतलाया कि रक्तदान के बहुत से लाभ तो है लेकिन रक्तदान से पहले अपनी पात्रता की जांच जरूरी है इसके अंतर्गत 18 से 65 वर्ष उम्र, वजन कम से कम 45 किलोग्राम, हीमोग्लोबिन स्तर 12:50 ग्राम प्रति डेसीलिटर से अधिक हो व कोई गंभीर बीमारी ना हो स्वस्थ और शारीरिक रूप से फिट व्यक्ति ही रक्तदान कर सकता है।

*ब्रह्मा कुमारीज द्वारा शहर के 6 स्थानों पर होंगे आयोजन…*

मंजू दीदी ने बतलाया कि संस्था की पूर्व मुख्य प्रशासिका दादी प्रकाशमणि जी की 18वीं पुण्यतिथि पर 22 से 25 अगस्त तक पूरे भारत एवं नेपाल के 6000 से अधिक सेवाकेंद्रों में यह अभियान चलाया जा रहा है और 100 घंटे में एक लाख यूनिट से अधिक रक्तदान करने का लक्ष्य है। संस्था द्वारा शिव-अनुराग भवन, राज किशोर नगर में रविवार 24 अगस्त को रक्तदान एवं निःशुल्क स्वास्थ्य जांच व परामर्श शिविर का आयोजन किया गया है।

मंजू दीदी ने बतलाया कि इस महा अभियान के तहत राजकिशोर नगर के अतिरिक्त पुराना बस स्टैंड, उसलापुर, रामा ग्रीन सिटी, सिरगिट्टी, श्री विहार सरकण्डा स्थित सेवाकेंद्रों में भी यह आयोजन रखा गया है।

दीदी ने समस्त शहर वासियों का आह्वान करते हुए कहा कि इस महादान में सहयोगी बनकर गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड बनाने में हिस्सा बनिए। आपके दिए हुए रक्त से किसी की जान बच सकती है, इस महान पुण्य कार्य में सहयोगी बनें।

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