Rajrishi
एक साइंस है मेडिटेशन, जो सभी के लिए उपयोगी – ब्रह्माकुमारी मंजू दीदी

सादर प्रकाशनार्थ
प्रेस विज्ञप्ति
एक साइंस है मेडिटेशन, जो सभी के लिए उपयोगी – ब्रह्माकुमारी मंजू दीदी
शिव-अनुराग भवन राज किशोर नगर में राजयोग शिविर का पहला दिन
दैनिक जीवन में मेडिटेशन का महत्व व नींद प्रबंधन के बारे में बताया गया…
राज किशोर नगर : – दैनिक जीवन में मेडिटेशन का बहुत महत्व है। हम मोबाइल चार्ज करने पर विशेष ध्यान देते हैं। शरीर की ऊर्जा के लिए भी हम दिन में नाश्ता व कम से कम दो बार भोजन जरूर करते हैं लेकिन आत्मा का सबसे महत्वपूर्ण अंग है हमारा मन। मन को स्वस्थ व शक्तिशाली बनाने के लिए ही रोज की रूटीन में मेडिटेशन करना जरूरी है। मेडिटेशन आध्यात्म का अंग व एक साइंस है यह कोई धर्म विषेष से जोड़ने के लिए नहीं है।
उक्त बातें राज किशोर नगर सेवाकेन्द्र में चल रहे राजयोग शिविर के प्रथम दिन सुबह के सत्र में शिविरार्थियों को संबोधित करते हुए वरिष्ठ राजयोग शिक्षिका ब्रह्माकुमारी मंजू दीदी जी ने कही। विषय था – राजयोग का परिचय व जीवन में महत्व। आपने आगे कहा कि यदि हम सोचते हैं कि आध्यात्म, सत्संग, मेडिटेशन…ये सब 60 वर्ष के बाद के विषय हैं तो यह बहुत बड़ी गलती होगी। हम भगवान पर पुष्प भी अर्पित करते हैं तो ताजे फूल अर्पित करते हैं पुराना या बासी फूल नहीं। इसी प्रकार मेडिटेशन भी जीवन के हर उम्र में जरूरी है। जिस प्रकार शरीर के लिए हेल्दी डाइट व एक्सरसाइज जरूरी है उसी तरह सकारात्मक विचार व ध्यान आत्मिक शक्ति के लिए जरूरी है।
नींद प्रबंधन के बारे में आपने बतलाया कि हमें रात्रि दस बजे तक सो जाना बहुत लाभप्रद है। हमारी नींद प्राकृतिक रूप से ब्रह्ममुहूर्त में तीन से चार बजे के मध्य खुलती जरूर है लेकिन हमने अपने मन को प्रोग्राम दिया होता है कि हमें 6, 7 या 8 बजे तक उठना है तो हम करवट बदल कर या बाहर अंधेरा देखकर पुनः सो जाते हैं। विद्यार्थी यह सोचकर रात जगकर पढ़ते हैं कि अगर सुबह भी नहीं उठ पाए तो दोनों तरफ से नुकसान हो जायेगा। जबकि कुछ दिनों में सुबह उठने की हमारी आदत बन जाती है। और सुबह पढ़ने से कम समय में अधिक प्राप्ति होती है।